रौशनी की नई किरण:बिक्रमपुर में हज़रत पहलवान अली शाह बाबा के आस्ताना परिसर में हाई मास्ट स्ट्रीट लाइट लगाएंगे विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो
निजाम खान। राष्ट्र संवाद
जामताड़ा: झारखंड के सांप्रदायिक सौहार्द और आध्यात्मिक विरासत के प्रतीकस्थल, हज़रत पहलवान अली शाह बाबा के आस्ताना परिसर में अब रौशनी की एक नई किरण जुड़ने जा रही है। यह आस्ताना विधानसभा अध्यक्ष के विधानसभा अंतर्गत विक्रमपुर में है। विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो द्वारा इस ऐतिहासिक और पवित्र स्थल पर हाई मास्ट स्ट्रीट लाइट लगाए जाने की घोषणा की गई है, और वे स्वयं इस योजना का शुभारंभ करेंगे। यह कदम न केवल श्रद्धालुओं की सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास और धार्मिक पर्यटन को भी प्रोत्साहन देगा।हज़रत पहलवान अली शाह बाबा का आस्ताना वर्षों से आस्था, एकता और भाईचारे का प्रतीक रहा है। यहाँ हर मज़हब, जाति और वर्ग के लोग सिर झुकाने आते हैं। खासकर उर्स और अन्य धार्मिक आयोजनों के समय यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। लेकिन रात्रिकालीन समय में रोशनी की कमी से श्रद्धालुओं को असुविधा होती थी। अब हाई मास्ट स्ट्रीट लाइट की स्थापना से यह समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी।हाई मास्ट लाइट न केवल आस्ताना परिसर को रोशन करेगी, बल्कि आसपास की गलियों और रास्तों को भी सुरक्षित और सुगम बनाएगी। यह पहल श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और सम्मान का प्रतीक मानी जा रही है। इससे महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी रात के समय बेझिझक आस्ताना परिसर में आ-जा सकेंगे।विधानसभा अध्यक्ष श्री रविंद्र नाथ महतो ने कहा, “हमारा उद्देश्य केवल विकास करना नहीं, बल्कि भावनाओं का सम्मान करना है। यह आस्ताना लोगों की आस्था का केंद्र है, और इसकी सुविधाओं में सुधार करके हम समाज को एक सकारात्मक संदेश देना चाहते हैं – कि हम सब एक हैं, और हर पवित्र स्थल हमारी सांस्कृतिक विरासत है।”इस पहल का स्वागत स्थानीय लोगों और धार्मिक नेताओं ने भी खुले दिल से किया है। उनका मानना है कि इससे क्षेत्र की छवि सुधरेगी और प्रशासनिक सहयोग की भावना भी मजबूत होगी। साथ ही, आस-पास के व्यापारियों, दुकानदारों और छोटे उद्यमियों को भी इससे लाभ होगा, क्योंकि बेहतर प्रकाश व्यवस्था से रात्रिकालीन गतिविधियाँ भी सुरक्षित और सुविधाजनक हो जाएंगी।यह स्ट्रीट लाइट परियोजना न केवल एक तकनीकी सुविधा है, बल्कि यह सामाजिक सौहार्द और साझा सांस्कृतिक विरासत को सम्मान देने का उदाहरण है। यह दिखाता है कि जनप्रतिनिधि केवल राजनीतिक सीमाओं तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे जनता की भावनाओं और धार्मिक भावनाओं को समझने वाले संवेदनशील नेता भी हैं।रौशनी के इस नए दौर की शुरुआत आस्ताना से होने जा रही है, और यह रौशनी केवल बिजली की नहीं, बल्कि उम्मीदों, विश्वास और साझा अस्तित्व की भी है। रविंद्र नाथ महतो द्वारा उठाया गया यह कदम एक प्रेरणा है – कि विकास तभी सार्थक होता है जब वह दिलों को जोड़ने का काम करे।यह पहल आस्ताना परिसर को और अधिक जीवंत, सुरक्षित और श्रद्धालुओं के लिए आदर्श स्थल बनाएगी — जहाँ आस्था, सेवा और सुविधा, तीनों का संगम होगा।


