राष्ट्रीय हिन्दी दिवस के अवसर पर उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा कुमुद सहाय की अध्यक्षता में परिचर्चा का हुआ आयोजन
निजाम खान। राष्ट्र संवाद
जामताड़ा: समाहरणालय जामताड़ा सभागार में उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्रीमती कुमुद सहाय (भा०प्र०से०) की अध्यक्षता में राष्ट्रीय हिंदी दिवस 2024 के अवसर आयोजित परिचर्चा का आयोजन किया गया।
_*मातृभाषा के रूप में हिंदी हमें भारतीय संस्कृति से जोड़ती है – उपायुक्त*_
आयोजित परिचर्चा को संबोधित करते हुए उपायुक्त श्रीमती कुमुद सहाय ने कहा कि हिंदी न सिर्फ संवाद का माध्यम है, बल्कि यह हमारी राष्ट्रीय पहचान भी है। यह हमें प्राचीन परंपराओं के साथ मातृभाषा के रूप में भारतीय संस्कृति से जोड़ती है।
उन्होंने कहा कि पूरे विश्व मे हिंदी सर्वाधिक बोले जाने वाली तीसरे नंबर की भाषा है। हिंदी पूरी तरह वैज्ञानिक भाषा है, जिसका प्रचार प्रसार बढ़ाना हम सभी का नैतिक कर्तव्य भी है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की थीम “हिंदी पारंपरिक ज्ञान से बुद्धिमत्ता तक” है। वहीं उन्होंने हिंदी दिवस मनाने का असल उद्देश्य हिंदी के प्रचार प्रसार एवं संवर्धन को बढ़ावा देना है। उन्होंने सभी से हिंदी भाषा के भरपूर उपयोग हिंदी के शुद्ध शब्दों का प्रयोग करने का अपील किया।
_*राजभाषा हिंदी का प्रयोग, प्रचार और प्रसार बढ़ाने हेतु दिलाया गया शपथ*_
वहीं इस मौके पर उपायुक्त ने सभी अधिकारियों एवं कर्मियों को राजभाषा प्रेम की ज्योति जलाये रखने, उन्हें प्रेरित और प्रोत्साहित करने, अपने अधीनस्थ के हितों का ध्यान रखते हुए; अपने प्रबंधन को और अधिक कुशल और प्रभावशाली बनाते हुए राजभाषा हिंदी का प्रयोग, प्रचार और प्रसार बढ़ाने तथा राजभाषा के संवर्द्धन के प्रति सदैव ऊर्जावान और निरंतर प्रयासरत रहने हेतु शपथ दिलाया।
_*परिचर्चा में अधिकारियों ने रखे अपने विचार*_
वहीं आयोजित परिचर्चा में परियोजना निदेशक, आईटीडीए श्री जुगनू मिंज ने कहा कि दिनांक 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने देवनागरी लिपि के रूप में हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। उन्होंने देश विदेश में हिंदी के बढ़ते महत्व एवं इसके और अधिक प्रसार को लेकर अपने विचार रखे।
वहीं अनुमंडल पदाधिकारी श्री अनंत कुमार ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में हिंदी के विकास एवं इसके फायदे एवं चुनौतियों को विस्तार से बताया। इसके अलावा जिला शिक्षा अधीक्षक ने हिंदी भाषा के क्रमबद्ध इतिहास के बारे विस्तारपूर्वक बताया। वहीं जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी ने भी अपने विचार रखे।
वहीं जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री एजाज हुसैन अंसारी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए राजभाषा हिंदी के संवर्धन एवं विकास के लिए किए जाने वाले प्रयासों के संदर्भ में अपने विचार रखे।
*इस मौके पर* परियोजना निदेशक आईटीडीए श्री जुगनू मिंज, अपर समाहर्ता श्रीमती पूनम कच्छप, अनुमंडल पदाधिकारी श्री अनंत कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री एजाज हुसैन अंसारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री चार्ल्स हेंब्रम, जिला शिक्षा अधीक्षक श्री विकेश कुणाल प्रजापति, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती कलानाथ, प्रभारी नजारत उप समाहर्ता श्री अबिश्वर मुर्मू, जिला खनन पदाधिकारी श्री दिलीप कुमार, जिला पशुपालन पदाधिकारी श्री विद्यासागर, भूमि संरक्षण पदाधिकारी श्री रिजवान अंसारी, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी श्री संतोष कुमार सहित अन्य जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के अलावा समाहरणालय संवर्ग के कर्मी उपस्थित रहे।