● *साईबर क्राइम के प्रति खुद भी जागरूक हो और दूसरों को भी जागरूक करने का प्रयास करें।*
वर्तमान समय में इंटरनेट की लोकप्रियता और तकनीक बढ़ने के साथ साइबर क्राइम भी तेजी से अपना पैर पसार रहा है। कभी किसी का एटीएम कोड पूछकर पैसे उसके एकाउंट से निकाल लिए जाते है, या ऑनलाइन खरीदी कर ली जाती है, तो कभी किसी के ई-मेल, सोशल वेबसाइट का पासवर्ड हैक कर परेशान किया जाता है। पिछले कुछ समय में ऑनलाइन फ्रॉड का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है, जिसमें खासे पढ़े-लिखे लोग भी चिकनी-चुपड़ी बातों में आकर ठगे जा रहे हैं।
ऐसे में आवश्यक है कि यदि किसी व्यक्ति का काॅल आपके मोबाईल पर आये और वह व्यक्ति स्वयं को बैंक का प्रबंधक या कर्मी बतलाकर आपके खाता एवं एटीएम लाॅक होने, अपडेट कराने आदि की बात बोलकर आपके खाते से संबंधित गुप्त जानकारी यथा-आपका खाता संख्या, एटीएम कार्ड संख्या, पिन संख्या, सीबीसी संख्या, ओटीपी, आधार संख्या या पैन संख्या के बारे में जानकारी मांगता है तो ऐसे व्यक्तियों को अपने बैंक खाता से संबंधित उपरोक्त विवरणी की जानकारी न दें एवं इस प्रकार के फोन करने वाले व्यक्ति का मोबाईल नम्बर आदि की जानकारी अपने क्षेत्र के नजदीकी थाना प्रभारी अथवा 100 डायल कर पुलिस को अवश्य देंय ताकि वे सूचना प्राप्त कर इस पर त्वरित कार्रवाई कर सकें। बैंक द्वारा कभी भी आपको फोन कर उपरोक्त जानकारी नहीं पूछी जाती है। साईबर अपराध पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस भी लगातार छापेमारी कर साईबर अपराधियों को गिरफ्तार कर रही है। अब आप अपनी शिकायत देवघर साईबर थाना में भी कर सकते हो। आज साईबर थाने की वजह से देवघर जिला अंतर्गत साईबर क्राईम अपराधियों पर पुलिस का शिकंजा भी कसा हैं। साथ ही अनुशंधान में भी तेजी से वृद्धि हुई है। इससे और भी बेहतर करने का प्रयास लगातार जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।
साइबर अपराध से स्वयं भी बचें तथा अपने दोस्तों व रिश्तेदारों को भी इसकी जानकारी दे और दूसरों को भी जागरूक करने का प्रयास करें।
सावधानी हीं सुरक्षा है-
1. इस प्रकार के काॅल आने पर फौरन पुलिस से संपर्क कर इसकी सूचना 100 डयल कर दें।
2. अपना बैंक एकाउंट नंबर, पासवर्ड आदि किसी को न बताएँ।
3. अपने इंटरनेट बैंकिंग और बैंकिग ट्रांजिक्शन का इस्तेमाल कभी भी सार्वजनिक स्थान जैसे कि साइबर कैफे, पार्क, सार्वजनिक मीटिंग और किसी भीड़-भाड़ वाले स्थान पर न करें।
4. अपना एटीएम का पिन कोड लिख कर नहीं रखें और न हीं किसी को ओटीपी बताएँ।
5. फर्जी काॅल से बचें।
6. किसी प्रकार के प्रलोभन वाले कॉल से बचे एवं बिना जाँच-परख के किसी को भी अपने बैंक खाता से संबंधित किसी प्रकार की जानकारी न बताएँ।