तेल अवीव। इजराइल और हमास में जंग के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. थाईलैंड के प्रधानमंत्री का कहना है कि गाजा युद्धविराम के बीच हमास ने 12 थाई बंधकों को रिहा कर दिया है. टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, 13 इजराइली बंधकों को भी रिहा गया है. इस तरह से कुल 25 बंधकों की रिहाई की गई है. इन बंधकों को रेड क्रॉस सोसायटी के सुपुर्द किया गया है. इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कतर की मध्यस्थता में चार दिनों के सीजफायर समझौते के तहत इजरायली जेलों में बंद 39 फिलिस्तीनी कैदियों और गाजा में बंद 13 इजरायली कैदियों को रिहा होने की उम्मीद जताई गई थी. इसी के साथ सहायता ट्रकों ने गाजा में प्रवेश किया. अल जजीरा की एक रिपोर्ट के अनुसार, हमास द्वारा इजराइल पर 7 अक्टूबर के हमले के दौरान गाजा में बंदी बनाए गए करीब 240 लोगों में 23 थाई कार्यकर्ता भी शामिल थे.
थाई विदेश मंत्रालय के अनुसार लगभग 30,000 थाई नागरिक मुख्य रूप से इजराइल के कृषि क्षेत्र में काम करते हैं. इजराइल के साथ समझौते के तहत थाई श्रमिकों को प्रति माह 5,300 शेकेल ($2,000) का न्यूनतम वेतन दिया जाता है, जो घर पर उनकी कमाई से छह या सात गुना अधिक है.
हमास नेताओं का कहना है कि जब तक इजराइल प्रतिबद्ध है तब तक हम भी संघर्ष विराम के लिए प्रतिबद्ध हैं. गाजा में हमास और इजराइल के बीच संघर्ष विराम शुक्रवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 7 बजे (आयरिश समयानुसार सुबह 5 बजे) शुरू हुआ. संघर्ष विराम शुरू होने के बाद से लड़ाई की कोई भी रिपोर्ट सामने नहीं आई है.
चार दिनों तक चलने वाले युद्धविराम में 50 इजरायली बंधकों और करीब 150 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किए जाने की उम्मीद है. ऐसा इसलिए हैं क्योंकि दोनों देशों के बीच एक इजराइली के बदले 3 फिलिस्तीनी बंधकों की रिहाई का समझौता हुआ है.