नई दिल्ली. देशभर में मंकीपॉक्स का खतरा बढ़ता जा रहा है. इस बीच केंद्र सरकार ने मंकीपॉक्स की वैक्सीन के लिए बोली आमंत्रित की हैं. ICMR ने ट्वीट कर कहा, मंकीपॉक्स वायरस के लिए पहली बार IVD ने स्वदेशी वैक्सीन और डायग्नोस्टिक किट के विकास के लिए इच्छुक भारतीय वैक्सीन और आईवीडी उद्योग भागीदारों के लिए एक ईओआई आमंत्रित किया है.
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने कहा, हम मंकीपॉक्स वायरस के स्ट्रेन उपलब्ध कराने के लिए तैयार हैं. मंकीपॉक्स वायरस के विशिष्ट आइसोलेट का उपयोग करके अनुसंधान और विकास सत्यापन के साथ-साथ वैक्सीन और डायग्नोस्टिक किट निर्माण की गतिविधियों में भी सहयोग के लिए तैयार है.
निविदा में हिस्सा लेने की अंतिम तिथि 10 अगस्त है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी मंकीपॉक्स की वैक्सीन निर्माण का आह्वान किया है. डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कोविड-19 वैक्सीन ने लाखों लोगों की जिंदगी बचाई हैं औऱ संक्रमण को बेकाबू होने से रोका है. मंकीपॉक्स के मामले में भी यह महत्वपूर्ण है कि सरकार और निजी क्षेत्र मिलाकर नई वैक्सीन विकसित करें. जिससे इसके संक्रमण से बचाव किया जा सके.
दुनियाभर में मंकीपॉक्स के 18 हजार से ज्यादा मामले मिल चुके हैं. ये केस 78 देशों में फैले हैं. इंडिया में भी ये रोग तेजी से पैर पसार रहा है. हालांकि 70 फीसदी केस यूरोपीय देशों में मिले हैं और 25 फीसदी अमेरिका में. अब तक इसके पांच मरीजों की मौत सामने आई है. डब्ल्यूएचओ का कहना है कि सभी देशों को इस रोग को लेकर भी आपसी सहयोग बढ़ाना चाहिए और संक्रमण से बचाव के लिए शोध-विकास की गतिविधियों को बढ़ावा देना चाहिए.