तीन महीनों के अंतराल में रक्तदान करने वाले रक्तवीर क्रांति कुमार ने पुरा किया शतकीय रक्तदान
एक अनोखा शतकवीर रक्तवीर योद्धा 90 दिनों के अंतराल में रक्तदान करने वाले सबसे युवा रक्तवीर क्रांति कुमार ने 27 वर्ष 2 महिना 16 वां दिन में पुरा किया अपना शतकीय रक्तदान ( सभी स्वैच्छिक ) युवाओं के लिए बने प्रेरणास्रोत और बन गये रक्त मानुष
_जमशेदपुर के इतिहास में पहली बार 90 दिनों के अंतराल में रक्तदान करने वाले सबसे युवा शतकवीर रक्तदाता क्रांति कुमार ने पेश किया अनोखा मिसाल. जमशेदपुर के बारीडीह निवासी क्रांति, कुमार पिता आर.एन.पी. सिन्हा, माता सुभिधा देवी, धर्मपत्नी आरती, और परिवार में एक भाई, बहन, सुपुत्री आराध्या श्रृष्टि, वर्तमान में कार्य के चलते खरगपुर में निवास कर रहे,
परन्तु प्रति तीन माह पर जमशेदपुर ब्लड सेंटर पहुंचकर अपना स्वैच्छिक रक्तदान करते रहे. सबसे पहले 12 अप्रैल 1997 को जब 18 वर्ष 4 महिना 12 दिन उम्र रहा, स्वैच्छिक रक्तदान की शुरुआत किया ( ब्लड युनिट नम्बर- TJ-4514 ) फिर कहां रुकने वाले थे, 24 साल 9 महिना 3 दिन में 25 बां रक्तदान ( S-9572 ) 32 साल 5 महिना 22 दिन में 50 बां रक्तदान ( PL-7100 ) 38 साल 11 महिना 2 दिन में 75 बां रक्तदान ( TE-9916 ) और आज दिनांक 29 अप्रैल 2024 को, 45 साल 5 महिना 29 दिन में पुरा किया अपना शतकीय पारी खेलते हुए 💯 बां स्वैच्छिक रक्तदान.
सबसे महत्वपूर्ण क्रांति जी स्वभाव से मृदुभाषी, व्यवहार कुशल, अपना पुरा शतकीय पारी सिर्फ और सिर्फ स्वैच्छिक रक्तदान कर पुरा किया. और इस पुरे रक्तदान के शतकीय पारी पुरा करने में उन्हें 27 साल 2 महिना और 16 दिनों का सफर को तय करना पड़ा. इतने सुन्दर रुप से हर एक रक्तदान की तिथि, समय, उम्र, महिना, दिन, ब्लड युनिट नम्बर एक साथ एकीकृत कर रखनेवाले जमशेदपुर के पहला कोई शतकवीर रक्तदाता बन गए रक्तवीर योद्धा क्रांति. और इसी के साथ
जमशेदपुर ब्लड सेंटर के पन्नों पर स्वर्ण अक्षरों में नाम दर्ज हो गया. आज शतकीय पारी यानी 100 बां स्वैच्छिक रक्तदान के पश्चात क्रांति जी को जमशेदपुर ब्लड सेंटर एवं प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन की और से पुष्पगुच्छ, शाॅल ओढ़ाकर, शतकीय मेमेटों, प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.