सड़कों का जाल बिछाने वाला विकास पुरुष रविंद्र नाथ महतो के द्वारा किए गए सड़के पुल पुलिया के बारे में जानकारी
निजाम खान। राष्ट्र संवाद
जामताड़ा: कहा जाता है कि विकास की पहली सीढ़ी अगर कोई है तो वह है सड़क, पुल ,पुलिया।जिस गांव से निकलने के लिए सड़क की उचित व्यवस्था न हो,नदी पार करने के लिए उच्च स्तरीय पुल ना हो या फिर जोरिया पर पुलिया ना हो तो वैसे गांव में विकास का होना काफी मुश्किल सा होता है।जिस गांव से अच्छी सड़के गुजरती हो या फिर जिस गांव के संपर्क पथ में जाने के लिए नदी में उच्च स्तरीय पुल हो या फिर जोरिया में पुलिया हो तो वैसे गांव का विकास होना बहुत हद तक संभव हो जाता है।इसी को देखते हुए नाला के स्थानीय विधायक सह झारखंड के आदर्श विधानसभा अध्यक्ष तथा नाला विधानसभा से झामुमो के प्रत्याशी रविंद्र नाथ महतो ने अपने कार्यकाल के दौरान क्षेत्र वासियों के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाओं का संचालन कराया ।लेकिन इसमें से हम आज बात करेंगे सड़क ,पुल, पुलिया के विषय में। आप अगर नाला विधानसभा में जाएंगे तो आपको सड़कों का जाल देखने को मिलेगा और यह सब तभी संभव हो पाया है जब नाला से विधायक बने रविंद्र नाथ महतो। रविंद्र नाथ महतो ने नाला विधानसभा क्षेत्र में सैकड़ों, उच्च स्तरीय पथ तथा सैकड़ो की संख्या में उच्च स्तरीय पुल/ पुलिया का भी निर्माण कराया है।जिससे लोगों के आवागमन में एक तो आसानी हो ही रही है लेकिन अब लोग इसी रास्ते से व्यवसाय के लिए आना-जाना करते हैं और अपने परिवार का भरण पोषण कर पाते हैं। राष्ट्र संवाद के बिहार झारखंड पश्चिम बंगाल प्रभारी निजाम खान बताते हैं जिस गांव के नदी में पुल ना हो उसका दर्द हमसे बेहतर कौन जान सकता है?आपको बता दे जब हम लोग छात्र अवस्था में थे यानी कि उच्च विद्यालय अंबा में पढ़ाई करते थे तो उस समय विक्रमपुर और पांचकुड़ी के बीच हिंग्लो नदी पर पुल नहीं था और ऐसे में जब नदी पर बाढ़ आ जाती थी तो सप्ताह भर पठन-पाठन बाधित हो जाता था। एक बार तो ऐसा हुआ की कक्षा 8 में जब हम और हमारे मित्र आठवीं का फर्स्ट टर्मिनल का एग्जाम देने के लिए उच्च विद्यालय अंबा गए और एग्जाम देने के पश्चात लौटने के क्रम में देखा कि नदी पर बाढ़ आ गयी है। मुझे तो तैरना भी आता नहीं और मेरे साथ-साथ और भी सहपाठी छात्राएं थी जिन्हें भी तैरना नहीं आता था। गनीमत रहा गांव के कुछ लोग थे जिन्होंने किसी तरह से हम लोगों को नदी के उस पार से इस पर लाये। वर्ष 2016 में विधायक रविंद्र नाथ महतो ने पुल का निर्माण कराया और इसका परिणाम यह हुआ कि अब इस रास्ते से काफी संख्या में आवागमन होती है। स्कूली बच्चों को स्कूल जाने तथा कॉलेज के स्टूडेंट्स को भी अब आने-जाने में परेशानी नहीं होती है ।किसी गांव के संपर्क पथ में अगर नदी रहे और उसमें पुल ना रहे तो उसका दर्द वही लोग सबसे ज्यादा जान सकते हैं जिनके गांव में नदी हो और पुल न हो।आज आपको हम बताएंगे की नाला के स्थानीय विधायक सह झारखंड के आदर्श विधानसभा अध्यक्ष व नाला विधानसभा से झामुमो के प्रत्याशी रविंद्र नाथ महतो ने नाला विधानसभा में अपने कार्यकाल के दौरान अब तक कितनी सड़कें पुल पुलिया का निर्माण कराया है? तो इसके लिए हम जानने का प्रयास करते हैं। प्रयास में हमें यही प्राप्त होता है कि करोड़ों रुपए की राशि की लागत से रविंद्र नाथ महतो के प्रयास से कई पीडब्य्लूडी उच्च स्तरीय पथ का निर्माण हुआ है ।जिसमें से पातुलिया मोड़ से धसनिया तक, मोहनाबाक से नाला तक, अफजलपुर से चालेपाड़ा नाला तक, अंगूठियां से बाबूपुर तक, नाला मंडल पेट्रोल पंप से कस्ता तक 11 किलोमीटर उच्च स्तरीय पथ का निर्माण होना है इसका भी स्वीकृति मिल चुका है इसमें लगभग लागत 155 करोड़ 60 लाख है।घोड़ादाहा से बिंदापाथर, गेड़िया,श्रीपुर होते हुए मडालो ब्रिज तक उच्च स्तरीय पथ का भी निर्माण होगा, इसकी भी स्वीकृति रवींद्रनाथ महतो ने दिला दिया है, जिसमें लागत लगभग 120 करोड़ रुपए एवं इसकी लंबाई लगभग 20 किलोमीटर ।बता दे रविंद्र नाथ महतो के अथक प्रयास से नाला विधानसभा क्षेत्र में ग्रामीण विकास विभाग के तहत सैकड़ो की संख्या में जर्जर पथों का निर्माण कराया गया एवं दर्जनों पथों का अभी भी निर्माण चल रहा है ।सभी गांव को मुख्य पथ से जोड़ा गया। दर्जनों ग्रामों में पीसीसी सड़क जिला निधि से एवं विधायक मद से बनवाया गया ।विधायक मद से दर्जनों आदिवासी ग्रामों में मजीह थान का भी निर्माण कराया गया। नाला विधानसभा क्षेत्र में दर्जनों उच्च स्तरीय पुल एवं पुलिया का भी निर्माण कराया गया है ।जिसमें से अजय नदी के मड़ालो में ,अजय नदी के हाथधरा और पिपला के बीच ,भेलुवा के हिंगला नदी में ,रघुनाथपुर और बामंडिहा के बीच हिंगला नदी में ,अंबा और विक्रमपुर के बीच हिंगला नदी में, शिवलीबोना और कुशमा,वष्न्दावनी के बीच शीला नदी में, बनवेरिया और कुसुमदाहा के बीच जोड़िया में,सुंदरवादी और भंडारकोल के बीच हिंगला नदी में ,कालीपहाड़ी और बाधाकुड़ी के बीच नदी में, सोनाचोरा और मोहजोड़ी के बीच शिला नदी में, सुल्तानपुर और जोड़कुडी के बीच नदी में। वही आपको बता दें सभी पर्यटक धार्मिक स्थलों जैसे देवलेश्वर मंदिर, मां मलांचा ,सिंह वाहिनी मंदिर ,गिरधारी मंदिर, खामार का विकसित किया गया। पर्यटकों के लिए विश्राम करने हेतु धर्मशाला का भी निर्माण कराया गया ।नाला प्रखंड के गेड़िया कालिंजर मंदिर का भी विकसित किया गया तथा तोरण द्वारा बनाया गया। विधानसभा अंतर्गत नाला,कुंडहित, बागडेहरी,फतेहपुर, बिन्दापाथर सभी थाना में नया भवन बनवाया गया। देवलेश्वर मंदिर के समक्ष तोरण द्वारा बनाया गया। दर्जनों जहीर थान घेराबंदी एवं घुमकुड़ीया भवन का भी निर्माण कल्याण विभाग के तहत कराया गया ।अनाबद्ध निधि से दर्जनों छोटे-छोटे पुलिया का भी निर्माण कराया गया। कुंडहित में यात्रियों के लिए बस स्टैंड में विश्रामालय एवं सेड तथा पेयजलापूर्ती का निर्माण कराया गया।कई स्थानों में मॉडल कॉल रूम बनाया गया जिसमें से नाला ,कुंडहित, फतेहपुर। नाला के सालुका में वृहद कोल्ड स्टोरेज का निर्माण कराया गया जो लगभग 18 करोड़ की लागत से बनाया गया। नाला के नतूनडीह में वृहद (लागत 2.500 करोड़) गोदाम का निर्माण कराया गया। दर्जनों ग्रामों में विधायक मद से सामुदायिक विकास भवन का भी निर्माण कराया गया ।मलांचा पर्वत को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित किए जाने के लिए कार्य प्रगति पर है।नाला प्रखंड के मलांचा पहाड़ में नेचर पार्क का निर्माण 2 करोड़ की राशि से कराया जा रहा है। दर्जनों तालाबों में स्नान घाट का भी निर्माण कराया गया है ।नाला में बालक छात्रावास का भी निर्माण कराया गया ।विधायक मद से सभी मस्जिदों में सामुदायिक शौचालय का भी निर्माण कराया गया ।नाला इंटर कॉलेज ,डिग्री कॉलेज कुंडहित में लगातार डेवलपमेंट का काम कराया जा रहा है।