झारखंड प्रदेश कांग्रेस कार्य समिति के विशेष आमंत्रित सदस्य रियाजुद्दीन खान ने 25 जून 1975 के घोषित आपातकाल को भाजपा सरकार द्वारा संविधान हत्या दिवस के रूप में घोषित करना भाजपा की कुंठित मानसिकता और पूर्वाग्रह से ग्रसित विचार को दर्शाता है। अपनी विफलता को छुपाने के लिए पुराने पुराने और अप्रासंगिक गड़े मुर्दे को उखाड़ कर सिर्फ जनता को उलझन में डाल कर रखना चाहते हैं ताकि जनता इन्हीं तरह की फिजूल बातों में उलझी रहे और महंगाई, बेरोजगारी तथा भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार पर ध्यान नहीं दें।
जिस आपातकाल के दिवस को भारतीय जनता पार्टी की सरकार और मंत्री एवं नेता संविधान हत्या दिवस का नामकरण करके जनता के सामने पेश कर रहे हैं इन्हें यह भी याद रखना चाहिए इन्हीं भाजपा की पैरेंट बॉडी आरएसएस के तत्कालीन प्रमुख बालासाहेब देवरस ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को चिट्ठी लिखकर आपातकाल का समर्थन किया था और इसे अनुशासन पर्व के रूप में मनाने की बात कही थी। बालासाहेब देवरस ने कहा था कि आपातकाल से देश अनुशासन के रास्ते पर चल रहा है, रेलगाड़ी से लेकर विमान और देश की सारी गतिविधियां सही समय पर और सुचारू ढंग से कार्यान्वित हो रही है। कल कारखानों में उत्पादन ईमानदारी से हो रहा है और देश का विकास हो रहा है और यह अजीब विडंबना है कि आज उसी आर एस एस की विचारधारा पर चलने वाले नेता आपातकाल को हत्या दिवस के रूप में मना रहे हैं जो कि इनकी दोहरी मानसिकता को दर्शाता है।
हकीकत तो यह है की 2014 से लेकर आज तक जब से केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई है पूरे देश में अघोषित आपातकाल लागू है और कहीं ना कहीं ईडी, सीबीआई और आईबी के माध्यम से यह येन केन प्रकारेंन्न विरोधी दल के नेताओं को गलत मुकदमों में फंसा कर जेल में डालने का काम कर रहे हैं और लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं और संविधान की धज्जी उड़ा रहे हैं। भाजपा सरकार की अघोषित आपातकाल से जनता त्राहि त्राहि कर रही है। किसानों और मजदूरों के संवैधानिक अधिकारों को छीना जा रहा है जबरदस्ती पूंजीवादी व्यवस्था थोपी जा रही है। लोकतंत्र और समाजवाद का गला घोटा जा रहा है। पूर्व के आपातकाल से ज्यादा बदतर स्थित है अभी। संविधान को खत्म करने की साजिश चल रही है।
कांग्रेस नेता रियाजुद्दीन खान ने आम जनता से अपील की कि वे भाजपा के झांसे में नहीं आए यह सब इनका वोट बैंक बनाने का राजनीतिक हथकंडा है।
आज के विधानसभा उपचुनाव के नतीजे से भी यह साबित हो गया कि जनता ने भाजपा के झूठ और नफरत की राजनीति को नकार दिया है और प्रेम, भाईचारा और इंडिया गठबंधन के संविधान बचाओ अभियान का समर्थन किया है और इंडिया गठबंधन को जिताया है।