उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्री शशि भूषण मेहरा (भा०प्र०से०) ने समाहरणालय परिसर से आईसीआरडब्ल्यू, उमंग और मंथन परियोजना के तहत नुक्कड़ नाटक दल को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना*
बाल विवाह के शत प्रतिशत उन्मूलन हेतु सामाजिक स्तर पर जागरूकता बेहद जरूरी – उपायुक्त
*◼️अभियान का उद्देश्य बालिका शिक्षा एवं लैंगिक समानता को बढ़ावा देना*
आज दिनांक 05.01.2024 को आईसीआरडब्ल्यू, शिक्षा विभाग एवं जिला समाज कल्याण कार्यालय, जामताड़ा के संयुक्त तत्वावधान में समाहरणालय जामताड़ा परिसर से बालिका शिक्षा, लैंगिक समानता एवं बाल विवाह उन्मूलन हेतु आईसीआरडब्ल्यू, उमंग एवं मंथन परियोजना के तहत अवेयरनेस हेतु नुक्कड़ नाटक टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री शशि भूषण मेहरा (भा०प्र०से०) ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर “उजाले की ओर बिटिया की दौड़ ” अपनी पढ़ाई पूरी करो, अपने सपने को साकार करो संबंधित पंपलेट का विमोचन भी किया गया।
मौके पर उपायुक्त ने नुक्कड़ नाटक टीम को शुभकामनाएं देते हुए कहा इस अभियान का उद्देश्य बालिका शिक्षा एवं लैंगिक समानता को बढ़ावा देना है साथ ही बाल विवाह के रोकथाम हेतु लोगों को जागरूक करना है। आप लोग बेहतर तरीके से अपने अभिनय का प्रदर्शन करते हुए बाल विवाह उन्मूलन हेतु लोगों को जागरूक करें तथा क्षेत्र में अच्छा संदेश दे। उन्होंने कहा कि राज्य में प्राथमिक और उच्च कक्षाओं में किशोरियों का समय पूर्व विद्यालय छोड़ देना एवं विद्यालय तक पहुंच ही ना पाना बाल विवाह को बढ़ावा देने में मुख्य चिंता के विषय हैं। बाल विवाह के उन्मूलन हेतु सामाजिक सहभागिता भी बहुत जरूरी है। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के बीच जानकारी हो एवं किशोरियों का शादी कम उम्र में नहीं हो पाए। शादी का निश्चित उम्र में उसकी शादी हो। वहीं जिले की किशोरियां सशक्त हों और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठा पाएं।
वहीं उन्होंने टीम को निर्देश देते हुए कहा कि कार्यक्रम के माध्यम से महत्वाकांक्षी योजना सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के बारे में जागरूकता का प्रसार करेंगे ताकि अधिक से अधिक किशोरी को इस योजना का लाभ मिल सके एवं बच्चियां पढ़ाई की ओर अग्रसर हो सकें।
आगे उन्होंने कहा कि जिला अंतर्गत जामताड़ा एवं नाला प्रखंड के विभिन्न स्थानों में “उमंग” कार्यक्रम के माध्यम से 10-18 वर्ष की किशोरियों के साथ लिंग आधारित भेदभाव की समाप्ति एवं समाज मे लड़कियों के प्रति सकारात्मक सोच पैदा करेगी, ताकि किशोरियों के जीवन कौशल में सुधार आ सके और वे उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित हों।
इस मौके पर उपरोक्त के अलावा जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमति कलानाथ, उमंग कार्यक्रम के संबंधित कर्मी सहित अन्य उपस्थित थे।