एनडीआरएफ डिटेक्ट न कर सकी लापता विमान, अब भारतीय नौसेना की टीम ढूंढेगी
राष्ट्र संवाद संवाददाता
चांडिल चांडिल सुवर्णरेखा बांध जलाश्य में बुधवार को एनडीआरएफ की टीम खोजबीन में लगी रही, लेकिन वह डिटेक्ट करने में सफलता नहीं मिल पाई . शाम 4 बजे लगभग एनडीआरएफ की टीम ने डिटेक्ट नही कर पाने की स्थिति में खोजबीन बंद कर दी. सुबह से ही चांडिल अनुमंडल पदाधिकारी शुभ्रा रानी, डी . एस.पी . सुनील रजवार, चांडिल प्रखंड पदाधिकारी ,अंचल अधिकारी आदि उपस्थित थे.चांडिल डैम काफी गहरा होने के कारण एनडीआरएफ की टीम को सफलता नहीं मिल पाई. डी. एस.पी. सुनील रजवार ने बताया एनडीआरएफ की लापता जहाज को डिटेक्ट नही कर पाई है.केवल एक जूता मिला है जिसको मृतक ट्रेनी पायलट के परिजनों ने पहचान की है.
*भारतीय नौसेना लापता हुए ट्रेनी विमान की खोज में जुटेगी -*
रक्षा राज्य मंत्री की पहल पर गुरुवार को चांडिल सुवर्णरेखा बांध के गहरे पानी में भारतीय नौसेना टीम को बुलाया गया है.जो गुरुवार को अत्याधिक मशीनों और उपकरणों की मदद से लापता ट्रेनी विमान की खोज करेंगी.
20 अगस्त को जमशेदपुर के सोनारी एयर पोर्ट से उड़ान भरने के 50 मिनट बाद ही लापता हो गया था . ट्रेनी विमान को दूसरे दिन 21 अगस्त को दिनभर
एनडीआरएफ की टीम चांडिल डैम में विमान की खोजबीन करती रही लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. दरअसल, डैम का जलस्तर काफी ज्यादा है. इसकी वजह से लापता विमान को ट्रेस करना मुश्किल हो रहा है.
लिहाजा, एनडीआरएफ के सुझाव के बाद जिला प्रशासन ने नेवी की मदद के लिए रक्षा मंत्रालय से संपर्क किया है. गहरे पानी में विमान को ट्रेस करने के लिए सोनार सिस्टम की जरूरत पड़ेगी. यह काम नेवी के सहयोग के बिना संभव नहीं है. जरूरत पड़ने पर नेवी के गोताखोर पानी के भीतर भी जा सकते हैं. इसलिए नेवी को बुलाया गया है. नेवी टीम के पहुंचने के बाद रात के वक्त भी सर्च ऑपरेशन चलाने की तैयारी की गई है.
लिहाजा 20 अगस्त को करीब 12:00 बजे से ही विमान की खोजबीन चल रही है.