लोकसभा चुनाव: कई सीटों पर कांटे की टक्कर
विशन पपोला
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान का आगाज हो चुका है। गणतंत्र के इस पर्व को लेकर जहां लोगों में खूब क्रेज देखने को मिल रहा है, वहीं कई दिग्गजों की किस्मत भी दांव पर लगी हुई है। कई लोकसभा सीटों पर खड़े कई दिग्गजों की किस्मत पर आज मुहर लग जाएगी। 2० राज्यों की 91 लोकसभा सीटों के लिए आज मतदान हो रहा है, जिसमें लगभग डेढ़ दर्जन ऐसी सीटें हैं, जिनमें कई दिग्गज नेताओं की किस्मत दांव पर लगी हुई है, जिसमें नितिन गडकरी, नितिन गडकरी नागपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा गौतमबुद्धनगर से डा. महेश शर्मा, गाजियाबाद से वीके सिंह, मुज्जफरनगर से चौधरी अजित सिंह, जमुई से चिराग पासवान जैसे दिग्गजों की किस्मत पर आज मुहर लग जाएगी।
अगर, दिग्गजों का विश्लेषण करें तो यह लगता है कि उक्त डेढ़ दर्जन सीटों पर कांटे की टक्कर मानी जा रही है। लिहाजा, किसकी किस्मत का पलड़ा भारी हो पाएगा, इसका अंदाजा फिलहाल लगा पाना बेहद मुश्किल है। यहां बता दें कि इस बार लोकसभा चुनाव 7 चरणों में संपन्न होगा और 23 मई को चुनाव परिणाम घोषित होगा। जिन 2० राज्यों की 91 सीटों पर पहले चरण का मतदान हो रहा है, उनमें उत्तर-प्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, असम, तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा, सिक्किम, अंडमान और लक्ष्यद्बीप आदि शामिल हैं। उक्त राज्यों की 91 सीटों पर 2०14 चुनाव परिणामों को देख्ों तो इन सीटों में से कुल 32 सीटें बीजेपी के खाते में आईं थीं, जबकि कांग्रेस के खाते में महज 7 सीटें आईं थीं। वहीं, अन्य क्ष्ोत्रीय दल और निर्दलीय उम्मीदवारों ने 52 सीटों पर बाजी मारी थी। उत्तर-प्रदेश में पहले चरण में जिन आठ सीटों पर चुनाव हो रहा है, उन सभी सीटों ने बीजेपी ने जीत दर्ज की थी, जबकि महाराष्ट्र की 7 में से 5, असम की 5 में से 4 और बिहार की 4 में से 3 सीटों बाजी मारी थी। अन्य राज्यों में भी बीजेपी का पलड़ा अन्य पार्टियों से भारी रहा था।
अगर, दिग्गजों की स्थिति देख्ों तो उत्तर-प्रदेश में मुज्जफरनगर लोकसभा सीट को लेकर कांटे की टक्कर होने वाली है। यह सीट पश्चिमी उत्तर-प्रदेश की महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है और यह पूरी तरह से किसान बेल्ट एरिया है। यहां मुख्य रूप से चुनाव मैदान में आरएलडी से चौधरी अजित सिंह और बीजेपी से मौजूदा सांसद संजीव बालियान के बीच मुकाबला है। दीगार बात है कि चौधरी अजित सिंह इस बार अपनी परंपरागत सीट बागपत को छोड़कर पहली बार मुज्जफरनगर से चुनाव लड़ रहे हैं। इसे किसानों के साथ-साथ जाट बेल्ट भी माना जाता है। लिहाजा, इन दोनों दिग्गजों की किस्मत यहां दांव पर लगी हुई है।
इसके अतिरिक्त पश्चिमी उत्तर-प्रदेश की ही बागपत सीट भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यहां मुकाबला बीजेपी सांसद सत्यपाल और आरएलडी नेता चौधरी अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी के बीच मुकाबला है। दूसरी तरफ, कांग्रेस ने इस सीट पर अपना कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं उतारा है। वहीं, सपा व बसपा दोनों आरएलडी के समर्थन में हैं। अब देखना यह होगा कि ऊंट किस करवट बैठ पाता है। उत्तर-प्रदेश की सहारनपुर सीट को लेकर भी कांटे की टक्कर है। यहां तो त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति बन रही है। बीजेपी ने जहां अपने मौजूदा सांसद राघव लखनपाल को मैदान पर उतारा है, वहीं कांग्रेस ने इमरान मसूद का अपना उम्मीदवार बनाया है। यहां सक्रिय चंद्रश्ोखर की भीम आर्मी ने कांग्रेस उम्मीदवार को अपना समर्थन दिया हुआ है। उधर, एसपी-बीएसपी गठबंधन ने हाजी फजलुर्रहमान को अपना प्रत्याशी बनाया है। उक्त सीटों के अलावा गाजियाबाद को भी काफी महत्वपूर्ण सीट माना जा रहा है और यहां भी त्रिकोणीय मुकाबला बन रहा है। बीजेपी की तरफ से जहां मौजूद सांसद चुनाव मैदान में हैं, वहीं कांग्रेस की तरफ से डॉली शर्मा चुनाव मैदान में हैं। एसपी ने सुरेश बंसल को अपना प्रत्याशी बनाया हुआ है। गौतमुद्धनगर सीट की बात करें तो यहां बीजेपी की तरफ से मौजूदा केंद्रीय मंत्री व सांसद डा. महेश शर्मा चुनाव मैदान में हैं। बसपा प्रत्याशी सतबीर नागर डा. शर्मा को कड़ी टक्कर देते नजर आ रहे हैं। वहीं, कांग्रेस की तरफ डा. अरविंद सिंह चौहान चुनाव मैदान में हैं।
मेरठ की बात करें तो यहां बीजेपी की तरफ से राजेंद्र अग्रवाल चुनाव मैदान में हैं, जबकि एसपी-बीएसपी और आरएलडी की तरफ से हाजी याकूब कुरैशी चुनाव मैदान में हैं, जबकि कांग्रेस ने यहां से हरेंद्र अग्रवाल को चुनाव प्रत्याशी बनाया है। यूपी से हटकर बिहार की बात करें तो यहां की गया सीट बेहद महत्वपूर्ण है। इस सीट के लिए जेडी (यू) ने विजय कुमार मांझी को अपना प्रत्याशी बनाया है। उनका मुकाबला यहां पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी से है। इसके अलावा बिहार की ही जमुई सीट भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यहां लोक जनशक्ति पार्टी के नेता व रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान चुनाव मैदान में हैं। चिराग एनडीए के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं।
महाराष्ट्र राज्य के नागपुर सीट पर भी इस बार कांटे की टक्कर मानी जा रही है। यहां दोनों प्रमुख पार्टी बीजेपी और कांग्रेस के बीच टक्कर मानी जा रही है। बीजेपी की तरफ से मौजूदा सांसद व केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री चुनाव मैदान में हैं, जबकि कांग्रेस ने नाना पटोले को उम्मीदवार बनाया है। महाराष्ट्र की ही चंद्रपुर सीट को भी बेहद दिलचस्प माना जा रहा है। यहां बीजेपी की तरफ से जहां हंसराज गंगाराम अहीर चुनाव मैदान में हैं, वहीं कांग्रेस ने सुरेश धनोरकर को उम्मीदवार बनाया है। बैंगलोर दक्षिण कर्नाटक की यह सीट भी बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यहां बीजेपी ने तेजस्वी सूर्या को यहां चुनाव मैदान में उतारा है। यह बीजेपी के दिवगंत नेता केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार की सीट थी। पहले उनकी पत्नी तेजस्विनी को टिकट दिया जाना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है और बीजेपी ने तेजस्वी सूर्या पर भरोसा जताया है। कांग्रेस ने यहां बीके हरिप्रसाद को अपना प्रत्याशी बनाया है।
कर्नाटक राज्य की तुमकुर लोकसभा सीट पर भी कांटे की टक्कर मानी जा रही है। यहां से जेडीएस नेता व पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा चुनाव मैदान में हैं। उनका मुकाबला बीजेपी नेता जीएस बासवराज से है। यहां कांग्रेस और जेडीएस का गठबंधन है। वहीं, जम्मू-कश्मीर राज्य के तहत जम्मू लोकसभा सीट भी बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यहां बीजेपी के जुगल किशोर शर्मा और कांग्रेस के रमन भल्ला के बीच कांटे की टक्कर है।
आंध्र प्रदेश के विजयनगरम सीट पर टीडीपी नेता अशोक गजपति राजू और बीजेपी के पी संन्यासी राजू के बीच मुकाबला है। यहां बता दें कि अशोक गजपति राजू गत 2०14 के लोकसभा चुनावों में यहां जीत दर्ज कर चुके हैं। हैदराबाद के तेलंगाना सीट पर एआईएमआईएम के असदुद्धीन ओवैसी और बीजेपी के डा. भगवंत राव के बीच मुकाबला है। यहां मौजूद समय में ओवैसी इस सीट से सांसद हैं। उत्तराखंड की बात करें तो यहां की नैनीताल लोकसभा सीट के लिए भी कांटे की टक्कर होने की संभावना है।
इस सीट पर कांग्रेस नेता व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का मुकाबला बीजेपी नेता अजय भट्ट से है। आज इन सबकी किस्मत का फैसला हो जाएगा, जिसका पिटारा अगले महीने 23 मई को खुल जाएगा। देखने वाली बात यह होगी कि पिछला रिकॉर्ड ही सामने आएगा या फिर इसमें कुछ बदलाव होगा।