आँधियाँ उजाड़ न पाएँ जिसे
उस घोंसले का नाम है ,
भारत सिर्फ नक्शे का नहीं
एक हौसले का नाम है !!
हमारा देश गौरवशाली परंपरा का दर्पण है शौर्य का उद्घोष है । इस परंपरा को सशक्त बनाए रखने के लिए हमारी सेना के प्रति हम नतमस्तक हैं । हमारी फौज ने हमेशा राष्ट्र के गौरव को सर्वोपरि माना है ।पाकिस्तान से लिया गया बदला इस बात का ही सबूत है । होली के पहले आज देश में दीपावली मनाई जा रही है ।
हमारा कर्तव्य है कि हम एक जिम्मेदार नागरिक की तरह अपनी सेना के हाथ मजबूत करें । उनके और उनके परिवार के लोगों का साथ दें । उन्हीं के जाबाँज करतबों के बल पर देश का हर चेहरा आज फिर आशावादी दिख रहा है और निसंदेह माँ भारती का मस्तक भी ऊंचा हुआ है ।
— डॉ कल्याणी कबीर