अशोक शर्मा
अहमदाबाद:कांग्रेस (Congress) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहराज्य गुजरात से लोकसभा चुनाव अभियान (Lok Sabha Election) का आगाज कर दिया. लोकसभा चुनाव प्रचार का बिगुल फूंकने से पहले मंगलवार को साबरमती आश्रम में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की. पार्टी प्रमुख राहुल गांधी, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में पार्टी नेताओं ने महात्मा गांधी और उनके अहिंसा एवं सहिष्णुता के आदर्शों को याद कर आम चुनाव से पहले देश के लोगों को एक प्रतीकात्मक संदेश देने का प्रयास किया.
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बैठक में कहा, ‘लोगों को यूपीए सरकार की उपलब्धियां बताने की जरूरत है. सरकार झूठा प्रचार कर रही है. खराब नीतियों की वजह से अर्थव्यवस्था गिरी है.’ वहीं यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने कहा, ‘राष्ट्रीय हित से समझौता करके राजनीति हो रही है. मोदी पीड़ित बनने की कोशिश करते हैं जबकि असली पीड़ित जनता है.’
ए के एंटनी, गुलाम नबी आज़ाद, अहमद पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, तरुण गोगोई, हरीश रावत और ओमन चांडी भी साबरमती आश्रम में रखी गई इस प्रार्थना सभा में मौजूद थे.
राहुल गांधी ने सोमवार को दिल्ली में बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि आम चुनाव महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे के बीच की लड़ाई है, जिसमें एक ओर प्यार और दूसरी तरफ नफरत होगी.
मंगलवार को ऐतिहासिक ‘दांडी मार्च’ की वर्षगांठ भी है. महात्मा गांधी ने सत्याग्रहियों के साथ 12 मार्च 1930 को ही साबरमती आश्रम से दांडी मार्च शुरू किया था. कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा, ‘महात्मा गांधी के नेतृत्व में किए गए दांडी मार्च की आज वर्षगांठ है, जिसने भारत की स्वतंत्रता के संघर्ष में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. यह मार्च नमक पर कठोर एवं दमनकारी ब्रिटिश नीतियों के खिलाफ एक अहिंसक विरोध था.’
कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक में आम चुनाव की रणनीति की अंतिम रूप-रेखा तैयार की जाएगी. कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक यहां ‘वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय स्मारक’ में आयोजित की गई. कांग्रेस पार्टी में राजनीतिक भूमिका संभालने के बाद प्रियंका पहली बार आधिकारिक बैठक में शामिल होंगी. गुजरात में 58 वर्षों के बाद कांग्रेस की सीडब्ल्यूसी की बैठक होने जा रही है. राज्य में सीडब्ल्यूसी की आखिरी बैठक 1961 में हुई थी. सीडब्ल्यूसी की बैठक के बाद पार्टी गांधीनगर के अडालज में ‘जय जवान, जय किसान’ नारे के साथ जनसभा का आयोजन भी करेगी.