जेएमएम से चंपाई के नाम की घोषणा होते ही भाजपा ने किया पलटवार, कहा – जेएमएम की कुड़मी और विरोधी मानसिकता उज़ागर
● लगातार कुड़मी समाज की उपेक्षा कर रहा जेएमएम : दिनेश
● झिलिंगगोड़ा में छठ महापर्व का विरोध करने वाले चंपाई सोरेन को टिकट मिलना दुर्भाग्यपूर्ण : अंकित
जमशेदपुर संसदीय सीट से यूपीए की ओर से चंपाई सोरेन लोकसभा प्रत्याशी होंगे। महागठबंधन के तहत उक्त सीट जेएमएम के खाते में जाने के बाद बुधवार को झामुमो द्वारा बतौर प्रत्याशी चंपाई सोरेन के नाम की घोषणा कर दी गयी। यूपीए के उम्मीदवार घोषित होते ही भारतीय जनता पार्टी ने जबरदस्त पलटवार किया है। भाजपा ने जेएमएम कुड़मी समाज की उपेक्षा का आरोप लगाया है। जमशेदपुर महानगर भाजपा के जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार ने कहा कि प्रत्याशी की घोषणा में जेएमएम ने एकबार फ़िर बलिदान देने वाले कुड़मी समाज को उपेक्षित रखा। कहा कि आस्तिक महतो को मात्र इसलिए टिकट से वंचित रखा गया क्योंकि वे कुड़मी समाज के नेता थें, जबकि उन्हें टिकट का वादा कर कुछ माह पूर्व ही जेएमएम ने पार्टी से जोड़ा था। भाजपा जिलाध्यक्ष ने पिछले चुनाव में स्व. सुधीर महतो की पत्नी सविता महतो को भी टिकट से वंचित कर बेरंग लौटाने के मामले को भी ताज़ा कर जेएमएम को कठघरे में खड़ा किया। भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि अबकी चुनाव में एनडीए प्रत्याशी विद्युत वरण महतो अपार मतों से विजयी होंगे। दावा किया कि इसबार तीन लाख से अधिक वोटों के अंतर से भाजपा जमशेदपुर संसदीय सीट जीतेगी। विधायक चंपाई सोरेन को जेएमएम द्वारा लोकसभा प्रत्याशी बनाये जाने पर भाजपा के जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया। कहा कि एक वर्ष पूर्व चंपाई सोरेन ने अपने पैतृक गाँव झिलिंगगोड़ा में छठ व्रतियों को रोकने की धमकी दी थी। इस दौरान भी उनका विरोध जताया गया था। जेएमएम ने उन्हें प्रत्याशी बनाकर दुबारा लोकआस्था से खिलवाड़ किया है। उन्होंने यूपीए के नेताओं से कहा कि यह चिंतन और आत्ममंथन करने का समय है। लोकआस्था के महापर्व का विरोध करने वाले का प्रचार करेंगे या अपनी अस्मिता और धर्म के सम्मान में कड़ा ज़वाब देंगे। कहा भाजपा ने सभी वर्ग, समाज, सामुदाय और पंथ का सम्मान किया है और आगे भी करती रहेगी।