राष्ट्र संवाद संवाददाता
कोलकाता : मध्य कोलकाता स्थित बड़ बाजार के मछुआपट्टी इलाके में एक होटल में भीषण आग लगने से 14 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि घटना में मारे गए अधिकतर लोगों की जान दम घुटने के कारण गई और आग लगने की घटना में 13 अन्य घायल हो गए।
कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा और राज्य के अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा मंत्री सुजीत बोस ने शुरू में कहा था कि मंगलवार शाम को ऋतुराज होटल में लगी आग में 15 लोग मारे गए थे। बाद में अस्पतालों और बचाव दल के रिकॉर्ड की जांच के बाद वर्मा ने मृतकों की संख्या को संशोधित कर इसे 14 कर दिया।
वर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘शुरुआती रिपोर्ट में 15 लोगों के मरने की सूचना थी। कुछ भ्रम था। लेकिन सत्यापन के बाद संख्या को सही करके 14 कर दिया गया है। फिलहाल हमारे पास यही पुष्ट आंकड़ा है।’’
किफायती ऋतुराज होटल में आग लगने की खबर सबसे पहले मंगलवार शाम करीब 7:30 बजे मिली और देखते ही देखते चार मंजिला इमारत भट्टी में तब्दील हो गई।
पुलिस ने बताया कि घटना में मारे गए 14 लोगों में 11 पुरुष थे।
एक अधिकारी ने बताा कि अब तक आठ मृतकों की पहचान हुई है। मरने वालों में एक महिला और दो बच्चे (एक लड़का और एक लड़की) शामिल हैं।
ज्यादातर मामलों में मौत का कारण दम घुटना बताया जा रहा है, जबकि कुछ लोग घबराहट में होटल की ऊपरी मंजिलों से कूदने के कारण मारे गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने भयावह दृश्य के बारे में बयां करते हुए कहा कि आग की लपटें खिड़कियों से बाहर निकल रही थीं और घने काले धुएं से गली भर गई थी।
होटल में फंसे हुए लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे, जबकि कुछ लोग आग से बचने के लिए खिड़कियों से कूद गए। सीढ़ियों और रस्सियों की मदद से दमकलकर्मियों ने झुलसे हुए लोगों को बाहर निकाला, जबकि आग में घिरे हुए ढांचे से चीख-पुकार की आवाजें आ रही थीं।
राज्य अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा विभाग ने बताया कि दमकल की 10 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया और करीब 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बुधवार सुबह आग पर काबू पा लिया गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आग लगने की घटना के समय ऋतुराज होटल में 42 कमरों में 88 मेहमान ठहरे हुए थे।
अधिकारी ने बताया, ‘‘घटना में मारे गए अधिकतर लोग अंदर फंसे हुए थे और घने धुएं के कारण बाहर नहीं निकल पाए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक फोरेंसिक टीम घटनास्थल की जांच करेगी। घटनास्थल की घेराबंदी की गई है।’’
अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा मंत्री सुजीत बोस ने भी शुरू में कहा था कि आग में 15 लोगों की मौत हुई है, लेकिन बाद में उन्होंने मृतक संख्या 14 बताई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आग लगने की घटना में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिजन को वित्तीय सहायता देने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी को उद्धृत करते हुए ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘कोलकाता में आग लगने की घटना में लोगों की मौत से दुखी हूं। अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत निधि (पीएमएनआरएफ) से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।’’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी मृतकों की संख्या 14 होने की पुष्टि की और कहा कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
बनर्जी ने सोशल मीडिया मंच पर पोस्ट किया, ‘‘बड़ बाजार इलाके में एक निजी होटल (ऋतुराज) में आग लगने की घटना के पीड़ितों के प्रति मेरी संवेदना है। मैंने रात भर बचाव और अग्निशमन कार्यों की निगरानी की और इलाके में अधिकतम दमकल सेवाओं को भेजने का निर्देश दिया। कुल 14 लोगों की मौत हो गई, क्योंकि अंदर ज्वलनशील पदार्थ जमा थे। जांच के आदेश दे दिए गए हैं।’’
उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है और सभी प्रभावितों के प्रति एकजुटता प्रकट करती हूं।’’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक मृतक के परिवार को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि और प्रत्येक घायल को 50-50 हजार रुपये देगी।
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘बड़ बाजार क्षेत्र में एक निजी होटल (ऋतुराज) में दुर्भाग्यपूर्ण आग लगने की घटना के बाद की स्थिति पर नजर रख रही हूं और सबसे अधिक प्रतिकूल परिस्थिति होने के बावजूद लगभग 99 लोगों को बचाने में अग्निशमन सेवा एवं पुलिस के प्रयासों की सराहना करती हूं। बचाव कार्यों में सहयोग और मदद के लिए स्थानीय लोगों का भी आभार। मुझे शुरू में बताया गया कि अधिकतर लोगों की मौत दम घुटने/कूदने आदि के कारण हुई। आगे की जांच जारी है।’’
घटना के बाद कोलकाता पुलिस ने मामले में जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जो आग लगने के कारण और सुरक्षा में चूक का पता लगाएगी।
केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन पर ‘‘असंवेदनशील’’ होने का आरोप लगाया और कहा कि राज्य की राजधानी में एक अप्रिय घटना हुई, लेकिन उस दौरान भी वह पूर्वी मेदिनीपुर जिले के दीघा में जगन्नाथ धाम के एक दिवसीय उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा ले रही थीं।
मजूमदार ने कड़े शब्दों में कहा, ‘‘कल, बड़बाजार के मछुआ इलाके में लगी भीषण आग ने 14 से अधिक निर्दोष लोगों की जान ले ली। कई और लोग जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। फिर भी, मुख्यमंत्री ने चुप रहना चुना और दीघा में अपने धार्मिक कार्यक्रम को जारी रखा।’’
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘यह उनकी सहानुभूति की कमी और उनके प्रशासन की विफलता को उजागर करता है। जब असहाय आम नागरिक आग की लपटों में फंसे हुए थे और दर्द में मर रहे थे, तब मुख्यमंत्री राजनीतिक लाभ के लिए धर्म का दोहन करने में व्यस्त थीं। उनका पूरे साल का तुष्टिकरण और चुनाव के समय धार्मिक दिखावा एक बार फिर शासन पर हावी हो गया है।’’
मजूमदार ने राज्य भर के भाजपा कार्यकर्ताओं से तुरंत राहत कार्य शुरू करने और पीड़ित परिवारों को सहायता प्रदान करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं व्यक्तिगत रूप से प्रभावित परिवारों के साथ खड़ा रहूंगा और बचाव एवं राहत कार्यों में हमारी पार्टी की भागीदारी की निगरानी करूंगा।’’
तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि वह इस घटना से बेहद दुखी हैं।
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं और मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। राज्य प्रशासन, विभिन्न संगठनों के स्वयंसेवकों के साथ मिलकर प्रभावित लोगों की सहायता करने और प्रभावी राहत एवं पुनर्वास सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। इस कठिन घड़ी में हम प्रभावित सभी लोगों के प्रति अटूट एकजुटता जताते हैं और उनके साथ खड़े हैं।’’