भाजपा जिलाध्यक्ष सुमित शरण के अध्यक्षता में आगामी कार्यक्रम अटल विरासत सम्मेलन के लिए मिहिजाम नगर में कार्यकर्त्ताओ के साथ सम्मेलन किया गया
राष्ट्र संवाद सं
जामताड़ा: भाजपा जिलाध्यक्ष सुमित शरण नें कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न, झारखंड राज्य निर्माता श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के 100वीं जन्म-जयंती के अवसर पर पार्टी द्वारा सुशासन दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं इसबार 100वीं वर्ष पूरे होने पर पार्टी द्वारा श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म शताब्दी वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है इसी उद्देश्य से 25 दिसंबर 2024 से 25 दिसंबर 2025 तक पार्टी द्वारा अनेकों कार्यक्रम आयोजन कर शताब्दी वर्ष मनाने का निर्णय लिया है। उसी कार्यक्रम के तहत 15 फरवरी से 15 मार्च तक अटल विरासत सम्मेलन कार्यक्रम आयोजन करना है। जिसके निमित्त आज जामताड़ा विधानसभा के मिहिजाम नगर के मिहिजाम वॉइस फाउंडेशन हाल में एक अटल विरासत सम्मेलन किया गया! उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी के बारे में कहा कि अटल बिहारी वाजपेई पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे जो की कांग्रेसी गोत्र के बाहर के नेता थे! इससे पहले जो भी प्रधानमंत्री बने वह कहीं ना कहीं कांग्रेस के ही नेता थे! ऐसे प्रधानमंत्री जिनके प्रधानमंत्री बनने पर देश के आम व्यक्ति,एक आम सनातनी पहली बार अंदर से खुश हुआ था ऐसे महापुरुष का जन्म शताब्दी दिवस हम सभी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता मना रहे हैं!इस अवसर पर श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के व्यक्तित्व के बारे में हमारे मुख्य अतिथि तथा मुख्य वक्ता के रूप में राजमहल के पूर्व विधायक सह भाजपा झारखंड प्रदेश के पूर्व महामंत्री आदरणीय श्री अनंत ओझा जी हम सबो के बीच उपस्थित है!!
मुख्य वक्ता राजमहल के पूर्व विधायक श्री अनंत ओझा नें कहा कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी का व्यक्तित्व ऐसा था कि सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और नेता ही उनसे पसंद नहीं करते थे बल्कि दूसरे दल के नेता भी उनको उतना ही चाहते थे तथा सम्मान करते थे और जिसके कारण ही अटल बिहारी वाजपेई जी ने 24 संगठनों को साथ मिलाकर एनडीए का सरकार बनाया था और वह प्रधानमंत्री बनकर एनडीए का नेतृत्व किए थे! उन्होंने झारखंड के विषय में बात करते हुए कहा कि बिहार से झारखंड को अलग राज्य बनाने के लिए अनेक नेताओं ने आंदोलन किया था लेकिन इस सपना को पूरा करने के लिए अटल बिहारी वाजपेई जी ने रांची के मोराबादी मैदान में आए थे और उन्होंने कहा था कि आप मुझे दिल्ली की सत्ता दीजिए अपना आशीर्वाद दीजिये हम दिल्ली में सत्ता में आते ही अलग राज्य के सपने को पूरा करने का काम करेंगे इसीलिए झारखंड सदैव अटल बिहारी वाजपेई जी का ऋणी रहेगा चूँकि कि उन्होंने झारखंड के सपनों को साकार किया!सिर्फ झारखंड ही नहीं बल्कि उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के लोगों का भी सपना अलग राज्य देकर पूरा किया! इतना ही नहीं जो जनजाति समाज झारखंड की धरोहर है पूरे 60 साल तक कांग्रेस सरकार में काबिज रही लेकिन कभी उन्होंने उनके लिए विचार नहीं किया, श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई जी आये उन्होंने न केवल जनजाति मंत्रालय अलग से बनाया बल्कि 15 नवम्बर को जो धरती आबा भगवान विरसा मुंडा जी का जन्मजयंती था उसी दिन झारखण्ड राज्य का नीव रखने का काम किया!हमारे संताल परगना के बहुसंख्यक लोग संथाली भाषा बोलते है अटल बिहारी बाजपेई जी नें संथाली भाषा को 8वीं अनुसूची में डालने का काम किया!जब अलग राज्य बना तो उनके केबिनेट के साथी आदरणीय बाबूलाल मरांडी जी उनको आदिवासी के रूप में प्रथम राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में झारखण्ड का सेवा करने का काम किया!!
मौक़े पर मुख्य रूप से भाजयुमो प्रदेश महामंत्री मनीष दुबे, ज़िला महामंत्री मितेश शाह,माधव चंद्र महतो,कार्यक्रम संयोजक अभय सिंह,सह संयोजक सुजाता सिंह, मिहिजाम नगर परिषद् अध्यक्ष कमल गुप्ता,पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेश राय तथा सुकुमणि हेमब्रम,मिहिजाम नगर अध्यक्ष लोकेश महतो,सह मिडिया प्रभारी प्रदीप राउत,महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष पुष्पा सोरेन,दुर्गा शर्मा, अनीता शर्मा,शुभम साव,राम सिंह यादव सहित अनेक कार्यकर्त्ता उपस्थित रहें।