पटना : विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से आम चुनावों में भी नोटा का विकल्प खत्म करने का अनुरोध किया है. मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर उन्होंने इस बात की प्रशंसा की है, जिसमें आयोग ने राज्यसभा और विधान परिषद के चुनाव में नोटा के विकल्प को खत्म कर दिया है. स्पीकर ने इसका स्वागत करते हुए कहा कि प्रत्यक्ष चुनावों में भी नोटा की उपयोगिता नजर नहीं आती. उन्होंने चुनाव आयोग को अपने स्तर से उच्चतम न्यायालय के संज्ञान में लाकर नोटा के विकल्प को समाप्त करने की सलाह दी है. निर्वाचन आयोग ने बिहार विधानसभा सचिवालय को पत्र से सूचित किया है कि उच्चतम न्यायालय ने फैसले में अप्रत्यक्ष चुनाव में नोटा विकल्प को समाप्त कर दिया है. अब राज्यसभा एवं विधान परिषद के चुनाव में मतदाताओं को नोटा का विकल्प नहीं मिलेगा. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से नोटा की तरफ एक बार फिर आमलोगों का ध्यान आकर्षित हुआ है. नोटा लगभग छह साल पहले लागू हुआ और इस बीच लोकसभा एवं कई विधानसभा के आम चुनाव हुए. उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक नोटा का अधिकतम उपयोग किसी एक चुनाव में दो प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने ही किया है.