राष्ट्र संवाद के स्थापना दिवस समारोह में कवियों ने श्रोताओं को किया मंत्रमुग्ध
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने राष्ट्र संवाद के उज्जवल भविष्य की कामना की
राष्ट्र संवाद के 22 वें स्थापना दिवस समारोह को रविवार की शाम झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने दीप प्रज्वलित कर शुरुआत की. कार्यक्रम के दौरान पत्रिका का विमोचन एवं अभिराम संवाद भाग-2 का अनावरण भी किया गया. समारोह को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि वे कोई ऐसा काम नहीं करेंगे, जिससे जमशेदपुरवासी आहत हो. उन्होंने कहा कि वे जनता की सेवा के लिये चौबीस घंटे उपलब्ध रहेंगे.
केबुल वेलफेयर हॉल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि आज भी गर्भ में कन्याओं की हत्या की जाती है. श्री गुप्ता ने आंकड़ा पेश करते हुए कहा कि पहले जहां प्रति 1000 पुरुष पर 1032 महिलाएं थी, आज वह आंकड़ा घटकर 949 पर रह गया है. श्री गुप्ता ने आयोजन के दौरान कई कविताओं का पाठ भी किया और अपने राजनीतिक जीवन के
आरंभिक क्षणों को भी याद किया. चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि उनके परिवार में जो सबसे अधिक पढ़ा लिखा है, वह डॉक्टर है और वे सबसे कम पढ़ा लिखा होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री हैं. कार्यक्रम का संचालन राष्ट्र संवाद समूह के संपादक देवानंद सिंह ने किया. कार्यक्रम में मंच पर मौजूद हरिबल्लभ सिंह आरसी, झारखंड स्टेट बार काउंसिल के उपाध्यक्ष राजेश कुमार शुक्ल,
समाजसेवी प्रभाकर सिंह, चमकता आईना एवं इस्पात मेल के निदेशक ब्रजभूषण सिंह, पत्रिका के संरक्षक उर्मिला सिंह आदि ने भी पत्रिका की निर्भीकता पर अपने अपने विचार रखे. कार्यक्रम के शुरुआत में कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया. जिसमें शैलेंद्र पांडे शैल, दीपक वर्मा, सोनी सुगंधा, डॉक्टर रागिनी भूषण के साथ डॉक्टर कल्याणी कबीर ने अपनी-अपनी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया. कार्यक्रम के दौरान शहर के पत्रकार एवं फ्रंटलाइन वर्कर के साथ-साथ समाजसेवियों, बुद्धिजीवियों को भी स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के द्वारा सम्मानित किया गया.