नए भारत के युग प्रवर्तक ,जनप्रिय, लोकप्रिय और सर्वप्रिय राजनेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
(राजेश कुमार शुक्ल, अधिवक्ता
वाईस चेयरमैन, झारखंड स्टेट बार कौंसिल
पुर्व प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा ,झारखंड )
हर युग मे कोई न कोई महापुरुष हमारे संसार मे पैदा हुआ जिसने विश्व को नई दिशा दी उसके उत्थान और मार्गदर्शन के लिए काम किया। स्वामी विवेकानंद, स्वामी दयानंद आदि विभूतियो के जन्म के बड़े इस युग मे भारत भूमि को नरेन्द्र भाई दामोदर दास मोदी जैसा एक कालजयी अनमोल रत्न प्राप्त हुआ। उनके सरल, संकल्पशक्ति से परिपूर्ण, सादगीपूर्ण और लोककल्याणकारी व्यक्तित्व के बारे मे कुछ लिखना उचित समझता हूँ। बचपन मे बडनगर रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने वाला बालक आगे चलकर एक दिन भारत जैसे लोकतांत्रिक देश का सर्वाधिक लोकप्रिय प्रधानमंत्री बनेंगा यह किसी ने नही सोचा था।
2001 मे जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले वे अपनी माँ का आशीर्वाद लेने पहुचें तो उनकी माता जी ने कहा की मुझे नही मालूम की मुख्यमंत्री क्या करता है लेकिन मुझसे वादा करो की तुम कभी रिश्वत नही लोगे-यह पाप कभी नही करोगे। नरेन्द्र मोदी ने अपनी माँ को कभी निराश नही किया। वास्तव मे उनके”हूं खातो नथी खावा देतो नथी” ( न तो रिश्वत लेता हूँ, और न ही मै दूसरो को ऐसा करने दूंगा ) के रवैये से भ्रष्टाचारी डरते है और देश की जनता उन्हे प्यार करती है।
बचपन से ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी मे देश के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा था। वे स्वामी विवेकानंद, महात्मा गांधी, बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर, वीर सावरकर और बेंजामिन फ्रेंकलिन से बहुत ही प्रभावित हुए। इसका असर आज उनके आचरण और निर्णयो मे झलकता है। नरेंद्र मोदी राजनीतिक कार्यकर्ता के साथ साथ एक संवेदनशील लेखक, कवि और सामाजिक चिंतक है। उन्होने बचपन मे ही समाज मे फैले भेदभाव को उजागर करने के लिए “पिला फूल नामक नाटक लिखा। गुजराती मे जहा,आख आ धन्य छे, जैसा काव्य संग्रह लिखा तो वही साक्षी भाव, सामाजिक समरसता जैसी पुस्तको की भी रचना की। प्रधानमंत्री रहते उन्होने अपने विद्यार्थी मित्रो को परीक्षा मे तनाव कैसे कम करे,इसके लिए एग्जाम वारियर्स पुस्तक मे उन्होने अपनी लेखनी मे सामाजिक जीवन के हर पहलू, हर क्षेत्र को समाहित किया।
निति , नियत, ठीक हो और इरादे नेक हो तो आप इच्छित परिणाम ला सकते है ,श्री नरेन्द्र भाई मोदी ने अपने कड़े परिश्रम की बदौलत देश को बड़ी उपलब्धि और परिणाम दिया। स्वच्छ भारत के अभियान के परिणामस्वरुप आज भारत खुले मे शौच से जहा मुक्त हो गया है वही वी आई पी कल्चर को समाप्त कराया।
आज हम कह सकते है की श्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी के सपनो को पुरा किया।अपने सार्वजनिक जीवन मे महात्मा गांधी के जीवन दर्शन को आत्मसात किया। आज राष्ट्रीय जीवन का कोई भी ऐसा क्षेत्र नही है, जिस पर महात्मा गांधी की अंतदृष्टि का प्रभाव न रहा हो। समावेशी समाज का निर्माण हो, सम और मम के भाव से समाज मे समरसता बढ़े और सब मिलकर आगे बढ़े , इसी संकल्प के साथ विकसित भारत के संकल्प को पुरा करने मे श्री मोदी लगे है। उस दिशा मे देश का युवा भी आज उनका सहभागी है।
किसान की आय दोगुनी, एक राष्ट्र, एक कर, एक बाजार, एक ग्रिड और एक संविधान के संकल्प को भी पुरा कराने के अदम्य साहस के साथ लोकनिर्माण के कार्य मे समर्पण और निष्ठा के साथ हर पल लगे श्री मोदी के जमशेदपुर आगमन की खबर से कोल्हान सहित पुरे झारखंड मे उत्साह है। कई वन्दे भारत ट्रेन जहा मिल रहा है वही गरीबो को छत मिल रहा है।
आज दुनिया भारत की तरफ देख रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के करिश्माई नेतृत्व मे भारत वैश्विक ऐजेंडा तय करने वाला राष्ट्र बन गया है। अब भारत के लोंगो को श्री मोदी के नेतृत्व मे दुनिया को अपना सामर्थ्य और शक्ति दिखाने का समय आ गया है। अब भारत के रंग , मोदी के संग के संकल्प के साथ काम करने की जरुरत है।आइए अपने इस जनप्रिय, लोकप्रिय, और सर्वप्रिय राजनेता, जिसे पुरी दुनिया सम्मान देती है वैसे भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का हम इस लौह नगरी जमशेदपुर मे स्वागत और अभिनंदन करे और राष्ट्र की विकास यात्रा मे सहभागी बने।