जमशेदपुर : डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है डॉक्टरों की लापरवाही से जब साधारण ऑपरेशन में भी मरीज की मौत हो जाए और बड़े-बड़े औद्योगिक घराने के दबाव में उस पर कार्रवाई न हो तो आम जनता यह सोचने पर विवश हो जाती है कि बड़े औद्योगिक घराने में काम करने वाले कर्मचारियों के परिजनों की मौत औद्योगिक घराने के लिए कोई मायने नहीं रखती है ना कोई कार्रवाई होती है उल्टे ही कर्मचारी के परिजनों से कौन-कौन मिल रहे हैं इसकी जानकारी प्रबंधन द्वारा जुटाए जाती है ऐसा ही एक मामला टाटा मोटर्स कार्यरत रजनीश राय के साथ भी हुआ है
हालांकि देर रात प्रबंधन ने यह कह कर मरहम लगाने का काम किया है कि परिवार वालों के साथ प्रबंधन की संवेदना है
टाटा मोटर्स अस्पताल में इलाजरत टेल्को राधिका नगर निवासी 42 वर्षीय शिक्षिका बबीता राय की मौत शुक्रवार को इलाज के दौरान हो गई | अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए महिला के पति रजनीश राय व परिजनों ने टेल्को थाना में शिकायत की है | रविवार को बबीता के परिजन मामले को लेकर टेल्को थाना पहुंचे | परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम करने से इनकार किया है रजनीश राय टाटा कमिंस कर्मचारी है बबीता राय बिरसानगर के स्कूल में शिक्षिका थी
पति ने बताया ऑपरेशन में लापरवाही हुई , आंत में छेद हो गया था
बबीता का पेट दर्द की शिकायत पर 7 अक्टूबर को टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती कराया था जांच अस्पताल के डॉक्टर सोमनाथ और डॉक्टर शिप्रा सरकार कर रहे थे 9 अक्टूबर को बबीता के युटेरस का ऑपरेशन किया गया था ऑपरेशन में लापरवाही की वजह से बबीता की आंत में छेद हो गया था | जिसकी जानकारी डॉक्टर को भी नहीं हुई | बाद में बबीता का वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया , दो दिन में बबीता के पेट में इंफेक्शन हो गया आनंद-फानन में डॉक्टरों ने फिर एक ऑपरेशन किया हालत बिगड़ने के बाद इसे वेंटिलेटर पर रख दिया 13 अक्टूबर को डॉक्टर ने बबीता को मृत घोषित कर दिया वहीं परिवार के आशीष ने बताया कि बबीता को एयरलिफ्ट कर हैदराबाद में इलाज कराने के बाद अस्पताल प्रबंधन से की थी 13 अक्टूबर को संसद विद्युत वरण भी अस्पताल पहुंचे थे सांसद विद्युत वरण में है तो की अस्पताल से निकलने के 1 घंटे बाद बबीता को मृत घोषित कर दिया गया बबिता के मायके पक्ष के लोग अमेरिका में रहते हैं उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी गई है वे लोग अमेरिका से निकल गए हैं उनकी आने के बाद ही आगे की रणनीति परिवार वाले तय करेंगे
बेहतर इलाज दिया गया , मौत का है दुख
इस मामले में मोटर टाटा मोटर्स अस्पताल प्रबंधन ने बयान जारी कर कहा है कि बबीता राय को फरवरी से ही यूट्रस से संबंधित समस्या थी वह 7 अक्टूबर को भर्ती हुई 9 अक्टूबर का ऑपरेशन हुआ 11 अक्टूबर उल्टी और पेट दर्द की शिकायत मरीज ने की 12 अक्टूबर को सुबह मरीज की तबीयत बिगड़ने लगी आईसीयू में शिफ्ट किया गया मरीज को हालात के मुताबिक जरूरी इलाज दिया गया अस्पताल प्रबंधन को उनकी मौत पर दुख है