Dumka: यातायात नियमों का पालन करें, एक जिम्मेवार नागरिक बनें
सड़क सुरक्षा का अर्थ है, दुर्घटनाओं से खुद को बचाते हुए सावधानी के साथ जीवन में आगे बढ़ना। इतना ही नहीं दूसरों को भी उन सावधानियों से अवगत कराते हुए ट्रैफिक नियमों के पालन की सलाह देना एक जिम्मेवार नागरिक का कर्तव्य बनता है।
सड़क सुरक्षा कोषांग के तत्वावधान में दिन शनिवार की दोपहर टावर चौक (दुधानी) दुमका में सड़क सुरक्षा समिति के सदस्यों सहित कोषांग कर्मियों ने सीट-बेल्ट व हेलमेट के प्रयोग पर बल देते हुए दोपहिया व चारपहिया वाहन चालकों को पम्पलेट व सड़कों को सुरक्षित बनाए रखने से संबंधित पुस्तिका का वितरण करते हुए उन्हें जागरूक किया।
इस अवसर पर समिति की ओर से मो0 मुस्ताक अलि, डॉ0 अमरेन्द्र सुमन, रमण कुमार वर्मा, अरुण सिंह, डीटीओ ऑफिस, दुमका के प्रधान सहायक त्रिलोकी नाथ मिश्रा, मनोज उरांव, अमित कुमार तथा मनोज कुमार साह मौजूद थे। दोपहिया व चार पहिया वाहन चालकों में हेलमेट व सीट-बेल्ट के प्रयोग की गंभीरता दिखी। हेलमेट विहीन दोपहिया वाहन चालकों में कई लोगों ने बिना हेलमेट के दुबारा गाड़ी न चलाने की प्रतिबद्धता दुहरायी, जबकि कुछ ने हेलमेट न रहने की स्थिति में अविलंब हेलमेट क्रय कर उसके उपयोग का भरोसा दिलाया।
सड़क सुरक्षा के नियम क्यों हैं जरूरी: सुरक्षा के उपाय व नियम सड़क दुर्घटनाओं में चोटों और हताहतों के जोखिम को कम करने में सफल साबित होते हैं। इन नियमों को पैदल चलने वालों, सायकिल चालक, मोटर चालक सहित सड़कों के सभी उपयोगकर्ताओं द्वारा पालन किया जाना चाहिए। सड़क उपयोगकर्ता साधारण सुरक्षा उपायों का पालन करें व यातायात के नियम का सम्मान करते हुए उनका उल्लंघन न करें तो सड़कों को सुरक्षित बनाया जा सकता है और दुर्घटनाओं की रोकथाम में महती भूमिका निभाई जा सकती है।