निडर और मुखर रहे मुकेश मित्तल ने चैंबर के महासचिव पद के लिए पर्चा भर चुनाव को और रोचक बनाया
दोपहर एक बजे के करीब चैंबर भवन में पर्चा भरने पहुंचे
मुकेश को अपने काम पर भरोसा. कहते हैं-व्यापारियों और समाज के लिए आगे भी काम करता रहूंगा
जमशेदपुर:सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चुनाव को लेकर जारी प्रक्रिया के तहत मंगलवार को चैंबर के निवर्तमान उपाध्यक्ष (जनसंपर्क) मुकेश मित्तल ने दोपहर में अपना पर्चा भरा. मित्तल ने महासचिव पद के लिए पर्चा भरा है. उन्होंने बताया कि वे दोपहर एक बजे पर्चा भरे. उन्हें अपने काम पर भरोसा है. मित्तल ने कहा कि मैं चैंबर के सभी पदाधिकारियों के साथ कार्यसमिति और सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सदस्यों को सफल, उपयोगी और उत्कृष्ट दो वर्षों के लिए हार्दिक बधाई देता हूं. सौभाग्यशाली हैं कि हम जमशेदजी नौसेरवानजी टाटा द्वारा स्थापित शहर के नागरिक हैं.
पिछले दो वर्षों के दौरान जनसंपर्क और कल्याण विंग बहुत मुखर रहा है और हमारे व्यापार एवं उद्योग, समाज, राज्य और मानवता से संबंधित हर मुद्दों के बारे में बात करता रहा है. मैंने जुगसलाई रेलवे ओवरब्रिज के लंबित कार्य को शुरू करने से संबंधित मुद्दों को उठाया और अंततः इसे जुगसलाई के लोगों को समर्पित किया गया. सैरात बाजार की दुकानों के किराए में वृद्धि के लिए संघर्ष किया एवं अभियान शुरू किया. उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम से सफलतापूर्वक स्थगन आदेश प्राप्त किया. जमशेदपुर में महिलाओं के विशेष उपयोग के लिए बाजारों में पिंक टॉयलेट, कानून-व्यवस्था की स्थिति, कॉरपोरेट कल्चर में दो दिवसीय चैम्बर क्रिकेट लीग, चैंबर परिसर में दिवाली और होली मिलन कार्यक्रमों के सफल आयोजन के साथ-साथ आक्रामक तरीके से अपनी बात रखी और सभी मुद्दों पर बिना किसी डर के अपनी राय दी.
हम विशेषाधिकार प्राप्त लोगों के साथ-साथ वंचित लोगों के लिए भी खड़े रहे. बुनियादी ढांचा, नागरिक सुविधाएं, कानून और व्यवस्था, आवास और औद्योगिक संबंध जैसे विभिन्न क्षेत्रों में व्यापारियों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता रही.
मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष के रूप में खास पहचान बनाई मित्तल ने
पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष मुकेश मित्तल ने अपने काम की बदौलत समाज के साथ ही शहर में अपनी खास पहचान बनाई है. हाल के कुछ सालों में लॉ एंड ऑर्डर का सवाल हो, सैरात दुकान के भाड़े का मामला हो या फिर कोविड के दौरान जरूरतमंदों की सेवा की बात हो, हर जगह मुकेश मित्तल सबसे पहले दिखें. डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल से स्कूलिंग करने वाले मित्तल पेशे से चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं, मगर उनका सामाजिक जुड़ाव और सरोकार,
उन्हें औरों से अलग करता है. यही नहीं वे जमशेदपुर को एक बेहतर शहर बनाने के लिए चैंबर के मंच से जमशेदपुर से हवाई सेवा शुरू करने के साथ ही कीनन स्टेडियम में फिर से अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच शुरू करने की आवाज उठाते रहे हैं. उनकी कई पहलों का नतीजा भी निकला. उनके प्रयास से ही सैरात दुकान भाड़ा पर स्टे लगा. राजस्थानी और हिन्दी के अलावा अंग्रेजी और बांग्ला भाषा जानने वाले मुकेश मित्तल का व्यक्तित्व हंसमुख हैं. हर मिलने वालों को भैया..से संबोधन करने वाले मुकेश बेहद विनम्र है. कहते हैं-उनका पैतृक घर राजस्थान के सीकर जिले में है. परिवार काफी पढ़ा लिखा रहा है. पिता शंकर लाल मित्तल आरआईटी (तत्कालीन एनआईटी) से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. दादा स्वर्गीय जौहरी लाल मित्तल साउथ ईस्टर्न रेलवे में सिविल कॉन्ट्रैक्टर थे.
मुकेश मित्तल के कार्यों की सूची
1.चैम्बर उपाध्यक्ष के पद पर रहते हुए प्रशासन द्वारा सैरात दुकानों का मनमाने रूप में बढ़ाये गए किराये के फैसले का कड़ा विरोध.
2. मित्तल द्वारा पिंक टॉयलेट अभियान का शुभारंभ.
3.जुगसलाई ओवर ब्रिज का कार्य 24 घंटे के अंदर शुरू कराया.
4.चैम्बर उपाध्यक्ष रहते हुए प्लास्टिक को लेकर किए जाने वाली छापेमारी पर उठाये सवाल.
5.साकची व्यापारी के घर पर हुई चोरी के मामले को गंभीरतापूर्वक लेना एवं उस पर अविलम्ब कार्यवाही करवाना.
6. डोबो पुल एवं एप्रोच रोड पर हो रही दुर्घटनाओं को लेकर सवाल उठाया एवं प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को पत्र लिखकर उसपर कार्यवाही करने का आग्रह किया.
7.कीनन स्टेडियम में दोबारा इंटरनेशनल क्रिकेट मैच शुरू करने के लिए आवाज उठाई
8. समाज के हर दुःख में समाज के लोगों के साथ खड़े रहना और मदद करना.