गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति भवन के बाहर दिखा अद्भुत नजारा, 1000 ‘मेड इन इंडिया’ ड्रोन ने बनाया फॉर्मेशन
देश 73वें गणतंत्र दिवस में प्रवेश करने जा रहा है। इससे पूर्व की संध्या पर राष्ट्रपति भवन के बाहर एक अद्भुत नजारा देखने को मिला। यहां 1000 मेड इन इंडिया ड्रोन्स ने अपना कमाल दिखाया और अलग-अलग फॉर्मेशन बनाकर 73वां गणतंत्र दिवस का जश्न मनाया। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर ड्रोन्स फॉर्मेंशन में बीटिंग रिट्रीट की रिहर्सल में भारत का झंडा, महात्मा गांधी जी की तस्वीर आदि अनेक तस्वीरें प्रदर्शित की गईं। इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित किया।
73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश को संबोधित किया। उन्होंने 73वें गणतंत्र दिवस की देश और विदेश में रहने वाले लोगों को बधाई दी। साथ ही कहा कि यह हम सबको एक सूत्र में बांधने वाली भारतीयता के गौरव का उत्सव है।
राष्ट्रपति ने कहा कि हर साल गणतंत्र दिवस के दिन हम अपने गतिशील लोकतंत्र और राष्ट्रीय एकता की भावना का उत्सव मनाते हैं। महामारी के कारण इस साल के उत्सव में धूमधाम भले ही कुछ कम हो, परंतु हमारी भावना हमेशा की तरह सशक्त है।
बीटिंग रिट्रीट में 1000 हजार ड्रोन दिखाएंगे जलवा
29 जनवरी की शाम को रायसीना हिल्स के बाहर होने वाली बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में पहली बार 1000 मेड इन इंडिया ड्रोन्स अपना जलवा दिखाते हुए नजर आएंगे। इस बार बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में बहुत कुछ नया होने वाला है। महात्मा गांधी की पसंदीदा धुन की जगह ऐ मेरे वतन के लोगो धुन बजाई जाएगी। इसके अवाला कई और ऐसी धुन हैं जिन्हें पहली बार शामिल किया गया है।
कल 75 फाइटर जेट करेंगे फ्लाई पास्ट
भारतीय वायुसेना के 75 विमानों का भव्य फ्लाई-पास्ट, प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया के माध्यम से चयनित 480 नर्तकों द्वारा सांस्कृतिक प्रदर्शन, 75 मीटर लंबाई के 10 स्क्रॉल का प्रदर्शन और 10 बड़े एलईडी स्क्रीन लगाए जाने जैसे कार्यक्रम बुधवार को गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार होंगे। गणतंत्र दिवस परेड-2022 भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में हो रही है जिसे पूरे देश में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाया जा रहा है। “ग्रैंड फिनाले और परेड के सर्वाधिक प्रतीक्षित खंड फ्लाई-पास्ट में पहली बार भारतीय वायुसेना के 75 विमान ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के हिस्से के रूप में दिखेंगे।”
पहली बार भारतीय वायुसेना ने फ्लाई-पास्ट के दौरान कॉकपिट का वीडियो दिखाने के लिए दूरदर्शन के साथ समन्वय किया है। बयान में कहा गया कि राफेल, सुखोई, जगुआर, एमआई-17, सारंग, अपाचे और डकोटा जैसे पुराने और वर्तमान आधुनिक विमान फ्लाई-पास्ट में राहत, मेघना, एकलव्य, त्रिशूल, तिरंगा, विजय और अमृत सहित विभिन्न संयोजन (फॉर्मेशन) का प्रदर्शन करेंगे।
पहली बार परेड के दौरान राजपथ पर 75 मीटर लंबाई और 15 फुट ऊंचाई के 10 स्क्रॉल प्रदर्शित किए जाएंगे। बयान में कहा गया, “वे (स्क्रॉल) रक्षा और संस्कृति मंत्रालयों द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित ‘कला कुंभ’ कार्यक्रम के दौरान तैयार किए गए थे।” ये स्क्रॉल दो चरणों में भुवनेश्वर और चंडीगढ़ में देशभर के 600 से अधिक प्रसिद्ध कलाकारों और युवा कलाकारों द्वारा चित्रित किए गए थे। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पहली बार परेड में सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान प्रदर्शन करने वाले कलाकारों का चयन राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता के जरिए किया गया है।
प्रतियोगिता ‘वंदे भारतम’ 323 समूहों में लगभग 3,870 नर्तकों की भागीदारी के साथ जिला स्तर पर शुरू हुई थी जिसमें कलाकार नवंबर और दिसंबर में दो महीने की अवधि में राज्य और जोनल स्तर तक के कार्यक्रमों में पहुंचे। “अंतत:, 480 नर्तकों का चयन किया गया। वे राजपथ पर परेड के दौरान अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।”
परेड को अच्छी तरह से देखने के लिए 10 बड़े एलईडी स्क्रीन लगाए जाएंगे जो पांच-पांच की संख्या में राजपथ के दोनों ओर स्थापित होंगे। इसने कहा, “पिछले गणतंत्र दिवस परेड की फुटेज, सशस्त्र बलों पर लघु फिल्मों और गणतंत्र दिवस परेड-2022 से पहले के संबंधित विभिन्न घटनाक्रम की कहानियों को लेकर बनाई गईं फिल्मों को परेड से पहले प्रदर्शित किया जाएगा।” मंत्रालय ने कहा कि इसके बाद स्क्रीन पर परेड का सीधा प्रसारण दिखाया जाएगा।