बागडेहरी/जामताड़ा: गर्मी का मौसम आते ही एक ओर जहां विभिन्न तालाब, नदीयाँ, जलाशय सुखने लगती है|ऐसे में जामताड़ा जिला भी इससे अछुता नही रहता है|आपको बता दे जामताड़ा जिला के कुंडहित प्रखंड के हिंगलो तथा कुरुली नदी भी पूर्णतः सुख गया है|इससे आमजनों के स्नान के साथ-साथ किसानों को रबि फसल की सिंचाई करने में भी भारी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है|नदीयों के साथ-साथ कुंडहित प्रखंड में विभिन्न तालाब व जलाशय भी सुख गये है|
स्नान में परेशानी:कुंडहित प्रखंड के बिक्रमपुर गांव में हिंगलो तथा कुरुली नदी के सुखने के साथ-साथ विभिन्न तालाब व जलाशय सुख गये है|नदी व तालाब सुखने से सबसे ज्यादा लोगों को स्नान करने में भारी दिक्कतें होती है|बता दे बिक्रमपुर में कुछ तालाब में पानी रहता है वह भी स्नान लायक नही रहता है|पानी कीचड़युक्त हो जाता है|जिससे लोग स्नान नही कर पाते है|साथ ही पशुओं को भी लोग इन भीषण गर्मी में नहला नही पाते है|लोग चापाकल के पानी से नाम मात्र गाय व भैसों को नहला पाते है|इससे चापाकल में भीड़ लग जाती है|जिससे सभी लोग नही नहला पाते है|
लोग कैसे करते है स्नान:नदी में लोग छोटे-छोटे कुदाली से गड्ढे खोदते है|पानी को बर्तन या छोटे बाल्टी से साफ करते है|इसके बाद लोग एक- एक मग पानी लेते है और नहाते है|इससे लोगों को बहुत परेशानी होती है|वही कुछ लोग चापाकल के पानी से नहाते है|इससे चापाकल में भीड़ लग जाती है, तब दूसरी ओर लोगों को पेयजल के काफी मुश्किलें झेलनी पड़ती है|
नदी खोदकर किसान सिंचाई के लिए निकाल रहे है पानी:नदी, तालाब व विभिन्न छोटी-बड़ी जलाशय सुख जाने से किसानों को भी रबी फसल के सिंचाई के लिए भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है|गौरतलब है कि मनरेगा के तहत दिए गये सिंचाई कूप से किसानों को सिंचाई करने में बहुत हद तक समस्याओं से छुटकारा मिला है|पर अब भी बहुत से किसानों को परेशानीयों का सामना करना पड़ता है|जिसका ताजा उदाहरण बिक्रमपुर पंचायत के पांचकुड़ी गांव के कई किसान है|आज भी पांचकुड़ी के लोग रबि फसल की सिंचाई के लिए कई किसान मिलकर संयुक्त रूप से कुदाल से नदी खोदकर गड्ढा खोदकर फसल की सिंचाई करते है|अब्दुल हलीम, कालाचांद खान, सलीमुद्दिन खान, याकुब खान सहित आदि किसानों ने कहा कि प्रति वर्ष सिंचाई करने के लिए हिंगलो व कुरुली नदी खोदकर पानी की जुगाड़ करते है|