ईशाकपुर रेल फाटक पर ओवरब्रिज निर्माण के लिए पहल शुरू, समाजसेवी हिसाबी राय ने डीसी को सौंपा ज्ञापन
राष्ट्र संवाद संवाददाता
पाकुड़: सदर प्रखंड अंतर्गत ईशाकपुर रेलवे फाटक से होकर गुजरने वाले लाखों लोगों को जाम की परेशानी से निजात दिलाने के लिए पहल शुरू हो चुका है।लाखों लोगों में उम्मीद की एक नई किरण जगाने का प्रयास शुरू हो गया है। आम लोगों की परेशानियों को हमेशा से उठाते आ रहे सामाजिक कार्यकर्ता हिसाबी राय ने ईशाकपुर रेलवे फाटक के बंद रहने से परेशानी से जुझते लाखों लोगों को राहत दिलाने के उद्देश्य से ओवरब्रिज निर्माण के लिए पाकुड़ डीसी मनीष कुमार को उनके कार्यालय कक्ष में आवेदन सौंपा है। आवेदन सपना के क्रम में भाजपा के पूर्व नगर मंत्री सुशील साहा मौजूद थे।
भारतीय जनता पार्टी के जिला पूर्व उपाध्यक्ष एवं समाजसेवी हिसाबी राय ने ईशाकपुर रेलवे फाटक से होकर गुजरने वाले उत्तर छोर पर बसे दर्जनों गांव के लाखों लोगों को जाम की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए रोड ओवर ब्रिज निर्माण के लिए जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने उपायुक्त को पत्राचार कर इस मार्ग से आवागमन करने वाले लाखों लोगों की परेशानियों से अवगत कराते हुए ओवर ब्रिज निर्माण की दिशा में ठोस पहल करने का अनुरोध किया है। उपायुक्त मनीष कुमार को पत्र के जरिए कहा है कि ईशाकपुर रेलवे एलसी गेट नंबर 39/ए/टी काफी व्यस्ततम रेलवे गेटों में शामिल है। ईशाकपुर रेलवे गेट उत्तरी छोर पर बाईपास रिंग रोड पर स्थित है। यह मार्ग पाकुड़ से होकर पश्चिम बंगाल को झारखंड से जोड़ता है।
इस मार्ग से अनवरत छोटी बड़ी वाहनों का आवागमन होता है। इस रेलवे गेट के एक छोर पर पाकुड़ का व्यस्ततम रेलवे यार्ड भी मौजूद है। यहां 24 घंटे रेलवे मालगाड़ियों का शंटिंग होता रहता है। दूसरी ओर एक वेस्ट केबिन भी हैं। इस रेल गेट से ट्रेन एवं मालगाड़ियों का बहुत ज्यादा मूवमेंट है। पैसेंजर से लेकर मेल एक्सप्रेस और मालगाड़ियों का अत्यधिक आवागमन होता है। जिस वजह से अधिकतर समय रेल गेट बंद रहता है।
इसी में छात्रों से लेकर शिक्षक, सरकारी कर्मचारी, मरीज, न्यायालय आने वाले लोग तथा आम लोग फंस जाते हैं। इस रेल गेट से होकर ईशाकपुर, रहसपुर, ईलामी, नवादा, जयकिस्टोपुर, लखीनारायणपुर, मनिरामपुर, संग्रामपुर, कुमारपुर, विक्रमपुर, बरमसिया, गंधाईपुर, हरिहरा इत्यादि गांवों के लोगों का आवागमन होता है। इन गांवों के लोगों को रेल फाटक में जाम में फंस जाने की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए यहां ओवरब्रिज का निर्माण अति आवश्यक है। अगर ओवरब्रिज का निर्माण होता है, तो इन गांवों के हजारों लाखों लोगों को जाम की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी।