विदेश मंत्रालय प्रवक्ता रवीश कुमार ने मीडिया को संबोधित किया.
नई दिल्ली:पाकिस्तान की सीमा में घुसकर जैश के आतंकी कैंपों पर भारतीय वायुसेना के हवाई हमले के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच तनातनी काफी बढ़ गई है. इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पाकस्तान की कोशिश को सफलतापूर्वक नाकाम किया गया. मिग 21 पायलट इस एक्शन में अब भी लापता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान की कोशिशों को नाकाम करने के दौरान हमें एक विमान का नुकसान हुआ. हमारा एक मिग 21 विमान नुकसान हो गया और एक पायलट भी लापता है.
सीमा पर पाकिस्तान की नापाक हरकतों के बीच प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई. बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल, रॉ प्रमुख, गृह सचिव और अन्य प्रमुख अधिकारी शामिल हुए. करीब 20 मिनट तक यह बैठक चली. आतंकी कैंपों पर भारतीय वायुसेना के हमले से बौखलाए पाकिस्तान की ओर से 15 से अधिक स्थानों पर सीजफायर उल्लंघन किए जाने की घटना सामने आई है.
बुधवार को सीमा पर पाकिस्तानी विमान की हरकतों के मद्देनजर सुरक्षा के लिहाज से एहतियात बरतते हुए भारत और पाकिस्तान की सीमा से जुड़े एयरपोर्ट और एयरस्पेस को हाई अलर्ट पर कर दिया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू, श्रीनगर, लेह और चंडीगढ़ एयर स्पेस को बंद कर दिया गया है और कई उड़ानों को रोक दिया गया है. उधर पाकिस्तान ने भी सीमा से सटे हवाई अड्डों से विमान की आवाजाही बंद कर दी है. इन हवाई अड्डों से कोई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी संचालित नहीं होंगी.
आतंकी कैंप पर भारत के हमले के बाद विजय गोखले ने क्या कहा था:
इससे पहले भारतीय वायुसेना (indian air force) की पाकिस्तान की सीमा में आतंकी कैंपों पर बड़ी कार्रवाई पर विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा था कि 14 फरवरी को जैश ए मोहम्मद ने सीआरपीएफ पर फिदायीन हमला किया था. ये संगठन पाकिस्तान में दो दशक से सक्रिय है. पाकिस्तान को उनके कैंप के बारे में लगातार जानकारी दी जाती रही है, लेकिन उन्होंने इनकार किया है. उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया. हमें सूचना मिली कि वे देश में और फिदायीन हमले कर सकते हैं. इसके बाद भारत ने बालाकोट में जैश के कैंप पर कार्रवाई की. जिसमें जैश के आतंकी और ट्रेनर ढेर हुए हैं. जैश कमांडर युसूफ अजहर भी मारा गया, वही यह कैंप चल रहा था. उन्होंने कहा कि भारत सरकार आतंकवाद से लड़ने के लिए दृढ़संकल्प है. विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि एयरफोर्स के ऑपरेशन का निशाना खासतौर से आतंकी अड्डे को बनाया गया था, ताकि नागरिकों को नुकसान न हो…” उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन पूरी तरह आतंकियों के खिलाफ था, न की कोई मीलिट्री ऑपरेशन.
दरअसल, मंगलवार की सुबह तड़के पीओके और पाकिस्तान के अंदर घुसकर भारत के लड़ाकू विमान 12 मिराज 2000 ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर भारी बमबारी की और उसके सभी कैंपों को ध्वस्त कर दिए. भारतीय वायुसेना के ऑपरेशन का मुख्य निशाना बालाकोट था, जो जैश का सबसे बड़ा कैंप था. इस कैंप को भारतीय वायुसेना ने पूरी तरह ध्वस्त कर दिया. बताया गया कि भारतीय वायुसेना का यह बड़ा ऑपरेशन 100 फीसदी कामयाब रहा और इस तरह से भारत ने जैश के करीब 300 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया. सरकारी सूत्रों ने बताया कि भारतीय वायुसेना की इस एयर स्ट्राईक में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना आतंकी मसूद अजहर के दो आतंकी भाई और उसका बहनोई यूसुफ अजहर सहित करीब कई टॉप कमांडर मारा गया.