✍️रिपोर्ट:निजाम खान
जामताड़ा: बीते कल 26 अगस्त को झारखंड विधानसभा अध्यक्ष सह नाला विधानसभा के स्थानीय विधायक रविंद्रनाथ महतो के विधानसभा क्षेत्र स्थित देवलेश्वर धाम में राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री सह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी संकल्प यात्रा के दौरान कहा कि हेमंत के नेतृत्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस व राष्ट्रीय जनता दल की गठबंधन सरकार चल रही है।सरकार से जो आम जनता की सबसे पहले उम्मीद होती है वह उम्मीद होती है कि भयमुक्त का माहौल रहे ।लेकिन इस सरकार की साढ़े तीन साल कार्यकाल में देखा जाए तो सबसे ज्यादा अपराधीक गतिविधियां सामने आई है। कहा कि चोरी ,डकैती ,हत्या, अपहरण के मामले बेलगाम हो गये है। यही नहीं संथाल परगना क्षेत्र में बेटी को पेट्रोल छिड़ककर आग जलाकर मार दिया जाता है, तो किसी को फांसी के फंदे से लटका कर मार दिया जाता है तो किसी को मार कर 50 टुकड़े कर फेंक दिए जाते हैं।गठबंधन वाले कहते हैं कि हेमंत है तो हिम्मत है ।लेकिन यहां हिम्मत सिर्फ और सिर्फ हेमंत के आने से अपराधियों के हिम्मत बढ़ गए हैं ।कहा कि पुलिस का जो काम होता है अपराधियों को पकड़ कर जेल भेजना, उसको सजा दिलाना लेकिन हेमंत ने तो पुलिस को इसके उलट ही कार्य करने के लिए मानो कह दिया है ।अगर कोई हेमंत के खिलाफ फेसबुक ,इंस्टाग्राम, ट्विटर पर लिख दें तो उसको पुलिस प्रशासन द्वारा परेशान किया जाता है, जेल भेजा जाता है ,तबाह कर दिया जाता है। यही तो हेमंत का हिम्मतवाला कार्य है। हेमंत ने तो पुलिस को वसूली कार्य के लिए रखा है और जिस राज्य में सिर्फ वसूला जाएगा उस राज्य का विकास कैसे होगा?ऐसे में अपराधी बेलगाम होंगे।इसलिए आम जनता से अपील है कि आप लोग अगर कानून के राज्य स्थापित करना चाहते हैं तो फिर से भाजपा की सरकार बहुमत के साथ प्रदेश में लाएं ।हेमंत सोरेन के कार्यकाल में रिश्वतखोरी चल रही है। बिना रिश्वत के कोई भी कम आज आम जनता का होता नहीं है ।चाहे वह आय प्रमाण पत्र के लिए सरकारी दफ्तर जाएं या आवासीय प्रमाण पत्र या जाति प्रमाण पत्र और तो और इस राज्य में दुर्भाग्य की बात है अगर किसी की मृत्यु हो जाती है तो उसकी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए भी सरकारी दफ्तर में पैसे लगते हैं और जब तक आप सरकारी दफ्तर में पैसे नहीं देंगे तब तक आप लोगों को सरकारी कार्यालय के अपने काम धंधे छोड़कर चक्कर काटने पड़ते हैं ।ऐसे में आम जनता थक हार कर अंत में वही विकल्प अपनाते हैं सरकारी दफ्तर में मजबूरन रिश्वत देते हैं ।आखिर यह भ्रष्टाचार कैसे समाप्त होगा? राज्य का विकास कैसे होगा ?लोग मुझसे सवाल पूछते हैं लेकिन मैं प्रैक्टिकल रूप से देखा है कि यह भ्रष्टाचार तभी समाप्त होगा ,राज्य में विकास तभी संभव होगा जब ट्रांसफर पोस्टिंग में पैसे लेना बंद होगा ।विकास योजनाओं में कमीशन लेना बंद होगा ।तभी राज्य का विकास संभव है ।ट्रांसफर पोस्टिंग में अगर पदाधिकारी से सत्ता में बैठे लोग अगर पैसा लेना बंद कर देंगे तो किसी एसपी,डीसी , बीडीओ,सीओ , थाना प्रभारी की हिम्मत नहीं होगी कि वह गरीब जनता से रिश्वत व कमीशन ले ।इसीलिए तो सरकारी दफ्तर में बैठे बाबू लोग यही कहते हैं की आपको जहां जाना है जाइए पैसा देकर के आया हूं पैसा तो लेकर के ही जाऊंगा। आज इस राज्य में लूट बेलगाम चल रहा है। कोयला ,पत्थर, बालू ,जमीन की लूट चल रही है और इस लूट में सत्ता में काबीज बैठे लोग संलिप्त है।पहली दफा ऐसा दुर्भाग्य देखने को मिला कि सत्ता में बैठे लोग लूट में संलिप्त है ।कहा कि विधानसभा में कई बार हम लोगों ने आवाज़ उठाई कि जो लोग प्रधानमंत्री आवास निर्माण करते हैं या अपने मेहनत लगन से गरीब मजदूर लोग अपना आवास बनाते हैं वैसे लोगों को नदी से बालू लेने में ना रोके। अगर बालू की तस्करी रोकना है तो सीमा में चेक पोस्ट लगाई जाए। बंगाल, बिहार ,उड़ीसा, उत्तर प्रदेश की बॉर्डर पर चेक पोस्ट लगाए। लेकिन यहां तो उल्टा ही होता है ।सीमा खुला हुआ रहता है और उसी में 14 पहिया 16 पहिया ट्रकों से बालू की तस्करी होती है। इससे सत्ता में बैठे लोगों को अच्छा-खासा रिश्वत जो मिलता है।गरीब जनता को एक ट्रैक्टर बालू लेने में भी उसको पुलिस पकड़ लेती है और जब तक आप पैसा नहीं देंगे तब तक पुलिस छोड़ती नहीं। पैसा अगर नहीं देंगे तो आप कोर्ट के चक्कर काटते रहिए ।कहा कि बालू घाट की लूट तब से शुरू हो गई जब से प्रदेश में हेमंत की सरकार बनी। कहा कि जब झारखंड की प्रथम सरकार बनी जब हम राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बने तब लोगों को फ्री में बालू मिलता था और गरीब लोग अपना आवास बनाते थे। किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होती थी। लेकिन हेमंत की सरकार बनने की बाद से गरीब लोगों को तो बालू मिलता ही नहीं सिर्फ और सिर्फ बालू घाट की लूट खसोट होती है। आज नदी में बालू भी नहीं है ।कहा कि मेरे कार्यकाल में लोग अगल-बगल के अपने ससुराल तक भी फ्री में बालू ले जाते थे ।इसीलिए मैं कहता हूं कि हेमंत की सरकार लूट-खसोट और भ्रष्टाचार की सरकार है ।जब मैं कहता हूं तो मेरे ऊपर इसीलिए आधे दर्जन थाना में केस दर्ज कर दिया गया। आप सब ने अखबारों में पढ़ा होगा की हेमंत के नेता कहते हैं कि किसी बिल्डर के काली कमाई में मैं संलिप्त हूं तो खुली चुनौती देता हूं कि आप उस बिल्डर के संपत्ति को जप्त कीजिए। मेरा जब भी सहयोग की जरूरत पड़ेगा मैं हमेशा तैयार हूं। बल्कि जांच बंद करने के लिए मैं सुप्रीम कोर्ट नहीं जाऊंगा ।यही नहीं कहा कि हेमंत बिल्कुल वैसे है जो गांव में कुछ चोर चोरी करने जब जाते थे जब लोग चिल्ला चिल्ला कर चोर -चोर कहकर खदेड़ते थे तब अपनी जान बचाने के लिए चोर भी चोर -चोर चिल्लाते थे। ठीक वैसे ही काम हेमंत कर रही है ।कहा कि हेमंत में कितना गड़बड़ियां है, कितना हेरा फेरी किया है यह किसी से छुपा नहीं है ।नाम बदल- बदल करके हेरा फेरी किया है ।यह कहते हैं कि मैं महाजनी प्रथा के विरुद्ध लड़ाई लड़ रहा हूं लेकिन आप तो खुद ही नाम बदल बदल कर महाजन बन गए ।कहा कि शिबू सोरेन को शिव सोरेन,हेमंत को हेमंत कुमार सोरेन , कभी दुर्गा सोरेन को दुर्गा प्रसाद सोरेन इस तरह से नाम बदल -बदल करके आप जमीन की हेरा फेरी किए हैं ।जमीन की लूट किए है। आज झारखंड में जमींदारों के पास उतना जमीन नहीं है जितना शिबू सोरेन परिवार में है। यह सब जमीन हेरा फेरी करके शिबू सोरेन परिवार ने मुंडा, ओरांव, संथालों के जमीन को लूटा है ।इस सरकार से आम जनता विकास की कैसे उम्मीद लगा सकती है? यह तो खुद लुटेरी सरकार है ।इसीलिए मैं आज संकल्प यात्रा के माध्यम से आप लोगों को कहना चाहता हूं कि हेमंत सरकार को जड़ से उखाड़ कर फेंकना है और होटवार जेल भेजना है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का भी बाबूलाल मरांडी ने काफी प्रशंसा किया। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को गरीब, आदिवासी,शोशीत, दलितों की चिंता है ।कहा कि कोरोना जैसी महामारी में मोदी जी ने गरीबों के जनधन खाते में पैसे भेजे, फ्री अनाज भेजे। लेकिन गरीबों के अनाज में भी इस सरकार हेराफेरी कर रही है। गरीबों को फ्री अनाज ठीक से नहीं मिल रहा है ।बल्कि उस अनाज को बाजार में अवैध रूप से बेचा जाता है। यही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने गरीबों की चिंता करते हुए लोगों को स्वास्थ्य के लिए 5 लाख रुपए का लाभ आयुष्मान कार्ड के तहत स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने का भी पहल किया लेकिन इस झारखंड की हेमंत सरकार की वजह से इसका भी लाभ गरीब जनता को ठीक तरीके से नहीं मिलता है ।जबकि राज्य के जनता के लिए हेमंत को चिंता करने की आवश्यकता है ।प्रधानमंत्री गरीबों की चिंता करते है।गरीब आम जनता को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नल से जल देने का काम कर रहे हैं। लेकिन इस योजना को भी झारखंड सरकार ने मटका की तरह लटका के रख दिया है।यही नहीं कहा कि आज गरीबों के घर में भी गैस कनेक्शन है ।हां यह बात सही है कि महंगाई ज्यादा है लेकिन आज से 20 से 25 साल पीछे चले जाएंगे तो देखेंगे कि लोगों को गैस कनेक्शन लेने के लिए विधायक व सांसद से पैरवी भी करवाना पड़ता था ।यही नहीं घर में टेलीफोन लगाने के लिए भी पैरवी भी करना पड़ता था ।आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में इंटरनेट कनेक्टिविटी बहुत सस्ता है ।पहले आप देखेंगे लोगों को टेलीफोन से बात करना पड़ता था तो लोग माप तौल करके ही बात करते थे ।ताकि कहीं बिल ज्यादा ना हो जाए ।लेकिन आज लोग इतना बात करते हैं कि अंत में लोग कहते हैं कि काम पर जाना है फिर बात करते हैं ।कहा कि जो भी विकास हुआ है चाहे दुमका में मेडिकल कॉलेज की बात की जाए या फिर देवघर में एम्स की बात किया जाए ,हवाई अड्डा की बात किया जाए तो यह सब विकास बीजेपी की देन है। साहिबगंज से गोविंदपुर मुख्य सड़क ,साहिबगंज गंगा पर पुल बंदरगाह जो भी बन रहा है आज गांव में जो भी नल जल योजना की सुविधा मिल रही है बिजली मिल रही है यह सब हेमंत सोरेन की सरकार ने नहीं दी है बल्कि यह देश की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का देन है ।लेकिन सभी योजनाओं में झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार गड़बड़ी करते हैं। आज लोगों को बिजली भी ठीक से नहीं मिलती है ।बिजली बिल भी अनाप-शनाप लोगों के पास पहुंच जाता है ।इसलिए लोगों से अपील है कि इस राज्य में विकास की चर्चा विकास की गाथा तभी संभव है जब भाजपा की सरकार आप लोग लाएंगे ।हेमंत सोरेन की सरकार में सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार पर ही चर्चा होगी ।इसलिए लोगों से अपील है कि 2024 में देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को लाएं और प्रदेश में भाजपा की सरकार लाएं। मौके पर पूर्व कृषि मंत्री सह नाला विधानसभा से भाजपा के वरिष्ठ व कद्दावर नेता सत्यानंद झा बाटुल ,दुमका सांसद सुनील सोरेन ,सारठ विधायक रणधीर सिंह ,पूर्व समाज कल्याण मंत्री डॉ लुईस मरांडी ,जामताड़ा नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन विरेंद्र मंडल ने भी संबोधित किया। इस सभा में एक दिलचस्प बातें सामने आई कि इस बार 2024 में झारखंड में भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री के लिए चेहरा शायद बाबूलाल मरांडी ही होंगे ।क्योंकि सभा को संबोधित करने के दौरान पूर्व कृषि मंत्री सह नाला विधानसभा से भाजपा के वरिष्ठ व कद्दावर नेता सत्यानंद झा बाटुल और सारठ विधायक रणधीर सिंह ने खुलकर कहा है कि इस बार बाबूलाल मरांडी को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाना है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इस बार रघुवर दास भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री के लिए चेहरा नहीं बनेंगे? क्योंकि पूर्व मंत्री बाटुल तथा सारठ विधायक रणधीर सिंह के इस तरह के बयान से लगता है कि भाजपा में यह सब रणनीति तय हो गई है या रणनीति बना रही है?
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