जमशेदपुर । आमतौर पर राम नवमी पूजन को पुरुष प्रधान पर्व माना जाता है मगर, जमशेदपुर की महिलाओं ने इस मिथक को तोड़ पिछले 5 साल से नई परंपरा की शुरुआत की है। जिसका लोग खूब समर्थन कर रहे हैं। जमशेदपुर के सोनारी सीएच एरिया में पिछले 5 साल से रामजानकी अखाड़ा चर्चा में है। जहां पुजारी छोड़ सभी सदस्य महिला हैं। इनके द्वारा पूरे विधि विधान के साथ प्रभु श्री राम और हनुमान की पूजा- अर्चना की जाती है, इतना ही नहीं पूरे पारंपरिक तरीके से महिलाओं द्वारा अखाड़ा भी निकाला जाता है। गुरुवार को राम नवमी पूजन उत्सव में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पहुंचे और महिलाओं द्वारा किए जा रहे राम नवमी पूजन उत्सव में हिस्सा लेकर खुद को धन्य बताया। उन्होंने कहा नारी शक्ति के बगैर सृष्टि की संरचना संभव नहीं है। ऐसे आयोजनों से सामाजिक समरसता बनी रहती है। वहीं अखाड़ा समिति की अध्यक्ष उषा सिंह ने बताया कि इस आयोजन के जरिए महिलाएं पितृसत्तात्मक सोच से आगे निकल रही है, जिसमें न केवल महिलाएं बल्कि पुरुषों का भी भरपूर समर्थन मिल रहा है।