स्पर्श कुष्ठ जागरूकता पखवाड़ा एवं द्वितीय चक्र कुष्ठ रोग खोज अभियान के सफलता हेतु उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्री फ़ैज़ अक अहमद मुमताज की अध्यक्षता में जिला समन्वय समिति की आहूत बैठक संपन्न
∆ *कुष्ठ रोग कोई लाइलाज बीमारी नहीं है, बल्कि छह से 12 महीने के नियमित इलाज से कुष्ठ रोग को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है – उपायुक्त*
आज दिनांक 20.01.2023 को समाहरणालय सभागार में स्पर्श कुष्ठ जागरूकता पखवाड़ा एवं द्वितीय चक्र कुष्ठ रोग खोज अभियान के सफलता हेतु उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्री फ़ैज़ अक अहमद मुमताज (भा०प्र०से०) की अध्यक्षता में जिला समन्वय समिति की बैठक आहूत की गई।
जामताड़ा जिला को कुष्ठ रोग से मुक्त बनाने हेतु सही मायनो में सभी को समन्वय स्थापित कर के कार्य करने की आवश्यकता है। कुष्ठ रोग की पहचान आसान है साथ ही इसका इलाज भी संभव है। उपायुक्त ने द्वितीय चक्र कुष्ठ रोग खोज अभियान के सफलता हेतु सभी संबंधित को कुष्ठ रोगियों के खोज हेतु सामूहिक स्तर पर प्रयास करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया की कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों के साथ भेदभाव नहीं करना है यह कोई संक्रामक रोग नहीं है और कुष्ठ रोगियों से किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं हो यह सुनिश्चित करेंगे। वहीं उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों को चिन्हित करते हुए उन्हें जरूरी उपचार देकर पूरी तरह से स्वस्थ बनाना है ताकि जिले में कुष्ठ रोग एक इतिहास बनकर रह जाए।
कुष्ठ रोग के प्रति समाज में फैले भ्रांतियों के बारे में भी आमजनों को जागरूक करने की आवश्यकता है। उपायुक्त ने कहा कि जिला अंतर्गत कुष्ठ रोगियों की पूर्ण देखभाल सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से कुष्ठ रोग खोज अभियान चलाया जाएगा एवं इस दौरान घर-घर जाकर सर्वे टीम द्वारा कुष्ठ रोगियों की खोज की जायेगी।
उपायुक्त ने इस हेतु सभी आंगनवाड़ी वर्कर्स के साथ बैठक आहूत करने का निर्देश दिया साथ ही आंगनवाड़ी केंद्रों में 5 साल के कितने बच्चे हैं और कितने ड्रॉपआउट हैं उसका प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया।
वहीं उन्होंने संबंधित पदाधिकारी को लोगों के बीच में कुष्ठ रोग के कारण, लक्षण, इसका प्रभाव और बचाव आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी देने का निर्देश दिया गया साथ ही कहा कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता व सहिया घर-घर जाकर कुष्ठ के संभावित मरीजों की खोज करें, ताकि जल्द से जल्द रोगी की पहचान हो सके और समय पर इलाज किया जा सके। इस बीमारी का इलाज बिल्कुल मुफ्त है और सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध है।
उपायुक्त ने कहा कि कुष्ठरोग कोई लाइलाज बीमारी नहीं है, बल्कि छह से 12 महीने के नियमित इलाज से कुष्ठ रोग को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। आज भी समाज में कुष्ठ रोग को लेकर अनेक तरह की शंकाएं है, जबकि यह एक तरह की बीमारी है, जो समय और सही इलाज से पूरी तरह से ठीक हो सकती है।
इस मौके पर जिला शिक्षा अधीक्षक श्री दीपक कुमार, सिविल सर्जन डॉ एस के मिश्र, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमति सविता कुमारी, महामारी विशेषज्ञ डॉ अजीत दुबे सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी सहित अन्य उपस्थित थे