माउंट एवरेस्ट पर पहली बार 19,685 फीट की ऊंचाई पर पहुंचा ड्रोन
नई दिल्ली. माउंट एवरेस्ट पर 19,685 फीट की ऊंचाई पर दुनिया की पहली ड्रोन डिलीवरी पूरी हुई है. ड्रोन 33 पाउंड (15 किलोग्राम) सामान ले जाने में सक्षम था. ऊंचाई पर जाने के बाद ड्रोन के जरिए वहां मौजूद कचरे को वापस बेस कैंप तक भेजा गया.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, डीजेआई के फ्लाईकार्ट 30 ड्रोन के जरिए 3 ऑक्सीजन की बोतलें और तीन पाउंड (1.5 किलोग्राम) अन्य आपूर्ति ले जाई. इसे एवरेस्ट बेस कैंप से उड़ाया गया, जो समुद्र तल से 17,389 फीट (5,300 मीटर) ऊपर है. ड्रोन को बेस कैंप से कैंप-1 तक भेजा गया था, जो समुद्र तल से 19,685 फीट (6,000 मीटर) ऊपर है.
माउंट एवरेस्ट से वापसी के दौरान ड्रोन से कचरा भी बेस कैंप तक भेजा गया. बेस कैंप और कैंप-1 के बीच खुम्बू पड़ता है, जो चढ़ाई के सबसे खतरनाक माना जाता है. डीजेआई की सीनियर कॉर्पोरेट स्ट्रैटजी डायरेक्टर क्रिस्टीना झांग ने कहा कि अप्रैल के अंत से, हमारी टीम ने एवरेस्ट पर सफाई प्रयासों को अधिक सुरक्षित और कुशल बनाने में मदद करने के लिए एक अभूतपूर्व प्रयास शुरू किया है.
उन्होंने कहा कि हमें ये बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि हमारा डीजेआई फ्लाईकार्ट 30 इस काम के लिए पूरी तरह से सक्षम है. ड्रोन के जरिए इक्विपमेंट्स, सप्लाई और कचरे को सुरक्षित रूप से परिवहन करने की क्षमता की टेस्टिंग क्रातिकारी बदलाव ला सकती है.


