देश का आम बजट एक फरवरी को पेश किया गया। इस बजट में हर क्षेत्र को कवर करने की कोशिश की गई मगर मिडिल क्लास कहीं न कहीं पिछड़ता हुआ दिखा। टैक्स स्लैब में उम्मीद के मुताबिक कुछ भी बदलाव नहीं किए गए। विपक्ष ने बजट को लेकर सरकार पर निशाना साधा है।
कांग्रेस ने साधा निशाना
डॉ अजय ने राष्ट्र संवाद से बात करते हुए कहा कि बजट के माध्यम से सरकार ने किसानों और छात्रों के साथ साथ देश के साथ भी धोखा किया है मनरेगा को इस बजट में नजरअंदाज किया गया है कल्याण विभाग में भी बजट के माध्यम से कटौती की गई है सरकार का असली चेहरा बजट पेश करने के बाद सामने आया है अब आज बजट पास हुआ है तो विपक्ष सरकार पर आरोप लगा रहा है कि ये बजट अंबानी को लाभ पहुंचाने वाला है। 2014 के बाद से ओएनजीसी का मार्केट कैप 4 लाख करोड़ से गिरकर 1.19 लाख करोड़ हो गया है, कोल इंडिया 1,81,000 करोड़ से 84,000 करोड़ और गेल 47,700 करोड़ से घटकर 27,700 करोड़ हो गया है। … इसका किसे फायदा होगा ??? अंबानी / अडानी उनके प्रत्यक्ष प्रतिस्पर्धी हैं।
पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय ने साधा निशाना
विजय ने कहा कि इससे चंद कंपनियों को फायदा मिलेगा। ‘यह बजट चंद बड़ी कम्पनियों को फ़ायदा पहुंचाने वाला बजट है। ये बजट महंगाई के साथ आम जन-मानस की समस्याएं बढ़ाने का काम करेगा।’ ‘आख़िर ये देश किसका है? 130 करोड़ लोगों का या मोदी जी के 4 पूंजीपति मित्रों का? सपूत संपत्ति बनाता है, कपूत सम्पत्ति बेचता है। आज का बजट देश को बेचने का बजट है।’
पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सह मीडिया प्रभारी बबलू झा ने इस बजट का नाम है धोखेबाज़ बजट
पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सह मीडिया प्रभारी बबलू झा ने इस बजट 2021 में मोदी सरकार के बजट का एक शब्द में सार दिया है– धोखा।इस बजट का नाम है धोखेबाज़ बजट। ये धोखे पर आधारित है। रोजगार पैदा करने के लिए एम.एस.एम.ई, किसानों और श्रमिकों का समर्थन के लिए इस बजट में कुछ भी नहीं । जीवन बचाने के लिए हेल्थकेयर खर्च बढ़ाना अति आवश्यक था । सीमाओं की सुरक्षा के लिए रक्षा खर्च में बढ़ोतरी होनी चाहिए थी।विनिवेश के बारे में कहा जा सकता है “बेच खायेंगे सब कुछ, छोड़ेंगे नहीं अब कुछ!”
बजट 2021 ने गरीब को धोखा दिया, नौकरी पेशा लोगों को धोखा दिया, मज़दूर-किसान-छोटे उद्योग को धोखा दिया।उन सांसदों को भी धोखा दिया जो वित्त मंत्री के बजटीय भाषण को सुन रहे थे।
मोदी सरकार के बजट में एयरपोर्ट से लेकर रेल, गोदाम से लेकर बंदरगाह, सड़क से लेकर रेल, बिजली ट्रांसमिशन लाइन से लेकर बी.एच.ई.एल तक सब सरकारी सम्पति बेच डालेंगे,इसीलिए तो “बेच खाएँगे सब कुछ,नही छौड़ेंगे अब कुछ”