पटना. बिहार की राजधानी पटना सहित बिहार के 6 प्रमुख शहर देश के टॉप 10 प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल हो गए हैं. दिल्ली का एयर क्वलिटी इंडेक्स जहां 341 है, वहीं बिहार के मोतिहारी का 425, सीवान का 414, बेतिया का 408, दरभंगा का 397, बेगूसराय 390 , बक्सर, 387, सहरसा 367 जबकि पटना में 280 एयर क्वलिटी इंडेक्स रिकॉर्ड किया गया है.
बिहार में वायु प्रदूषण की इस खराब हालत का सबसे बड़ा कारण पराली जलाने के साथ ही ठंड के कारण बढ़ती धुंध को बताया जा रहा है. हालांकि बिहार सरकार ने पराली जलाने को लेकर सख्त निर्देश जारी किए है और लोगों से नहीं जलाने की अपील भी की है, लेकिन इसका असर नहीं होता हुआ दिखाई पड़ रहा है. बिहार में वायु प्रदूषण की खराब होती स्थिति लोगों के स्वास्थ्य पर खतरनाक असर कर रहा है.
विशेषज्ञों का कहना है कि वायु प्रदूषण के जो हालात होते जा रहे हैं उससे शरीर के कई अंग प्रभावित होते हैं. सबसे पहले आंख प्रभावित होती है. आंखों में जलन शुरू हो जाती है. त्वचा में इचिंग जैसी समस्या हो सकती है. प्रदूषण ज्यादा होने से सबसे ज्यादा लंग्स प्रभावित होता है, वहीं हर्ट अटैक की समस्या भी उत्पन्न होती है. लोगों के प्रजनन क्षमता पर भी ये असर करता है.
प्रदूषण से बचाव के लिए लोग घर से बाहर जब भी निकलें तो कोशिश करें की फुल बांह की कमीज पहनकर निकलें. लोग मास्क का प्रयोग जरूर करें. मास्क का इस्तेमाल सिफज़् कोरोना के लिए नहीं बल्कि वायु प्रदूषण से बचने के लिए भी करें. फल, सब्जियां, मीट-मछली खाते हैं तो अच्छी तरह से धोकर ही खाना चाहिए. गाड़ी के धुआं से जितना बच सके लोगों को बचना चाहिए.