देवघर : मेरे दिल में संताली समाज, आदिवासियों के प्रति मान सम्मान है. लेकिन कांग्रेसियों ने सिर्फ आदिवासियों को वोट बैंक समझा है. जो विकास आपने 70 साल में नहीं देखा है, वह विकास आपको मोदी करके देगा. आप मुझे प्रधानमंत्री नहीं, अपना बना लीजिये. उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवघर एयरपोर्ट मैदान में आयोजित विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि अटल जी ने आदिवासियों के लिए अलग राज्य बनाया. आदिवासियों के विकास के लिए अलग जनजातीय मंत्रालय ही बना दिया है. संताल परगना से करें महामिलावट का सफाया : उन्होंने कहा : बाबा बैद्यनाथ व बाबा बासुकिनाथ की कृपा हमलोगों पर बनी हुई है. फिर एक बार मोदी सरकार बनेगी. बाबाधाम आप लोगों का आशीर्वाद लेने आया हूं. देश में सारी सीटें भाजपा और एनडीए जीत रही है, इसलिए झारखंड के सारे कमल नयी सरकार में सुशोभित होने चाहिए. 19 को भारी तादाद में वोट करिये, आपका वोट सीधे मोदी को मिलेगा और संताल परगना से महामिलावट का सफाया हो जायेगा.
उन्होंने कहा कि मैं बाबाधाम का विकास करने के लिए एवं यहां सुविधाओं का विकास करने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध हूं. यही कारण हैं कि यहां रेल और रोड के साथ एयरपोर्ट पर भी काम किया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा : एक तरफ हम झारखंड के विकास के लिए समर्पित हैं, वहीं दूसरी तरफ झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के लोग घुसपैठियों के साथ खड़े हैं.
उन्होंने कहा कि 23 मई के बाद भाजपा की सरकार बनेगी. वहीं कांग्रेस पार्टी अपनी हार को लेकर अभी से अपनी तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस तैयारी कर रही है कि हार के बाद उसका ठीकरा किसके सिर पर फोड़ा जाये. नामदार को बचाने के लिए क्या किया जाये. इसके लिए पार्टी के अंदर अभ्यास चल रहा है.
सैम पित्रोदा और मणिशंकर अय्यर का नाम लिये बगैर प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के बाद ही नामदार परिवार के दो सबसे करीबी दरबारियों ने अपनी तरफ से बैटिंग भी शुरू कर दी है. वरना इनकी हिम्मत नहीं है कि कप्तान से पूछे बगैर मैच खेलने उतर जाये. इसमें से एक तो नामदार के गुरु हैं.
उन्होंने सिखों की भावनाओं का मजाक उड़ाते हुए कहा कि ‘हुआ तो हुआ’. दूसरे बल्लेबाज, गुजरात चुनाव के दौरान हिट विकेट होने के बाद से ही मैदान से बाहर थे. मुझे गाली देने के बाद से छिपे हुए थे. वो भी अब मैदान में पहुंच गये हैं. जमकर मुझे गालियां दे रहे हैंं. अब कांग्रेस यह नहीं कह सकती है कि नामदार की वजह से चुनाव हार गये.