मुजफ्फरनगर. मुजफ्फरनगर में एक मुस्लिम परिवार ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 90 लाख रुपयों की निजी संपत्ति मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपने की घोषणा की है. दरअसल नगर के खालापार निवासी डॉक्टर मौहम्मद समर गजनी ने ये घोषण की कि वे अपनी लगभग 90 लाख रुपये की निजी संपत्ति को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपना चाहते हैं. जिससे की इस संपत्ति को बेचकर इसका पैसा राम मंदिर निर्माण में लगाया जा सके.
गौरतलब है कि समर गजनी वही हैं जो भगवा कपडे़ पहनकर ईद की नमाज अदा कर चर्चा में आए थे. गजनी भाजपा अल्पसंख्यक समाज मोर्चा के पूर्व प्रदेश मंत्री रह चुके हैं. जिन्होंने आज भाजपा प्रेम और योगी आदित्यनाथ की कार्यप्रणाली से प्रभावित होकर अपनी संपत्ति को राम मंदिर के लिए दान करने की घोषणा की है. गजनी ने कहा की अयोध्या में जो राम मंदिर बन रहा है उसमें सहयोग करने के लिए वह अपनी निजी संपत्ति को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपना चाहते हैं.
जिसको वह क्रय कर उसके पैसों को राम मंदिर निर्माण में लगाएं और एक सन्देश पूरे देश के मुसलमानों को जाए की मुस्लमान अयोध्या और भगवा से प्रेम करता है नफरत नहीं करता है और मुस्लिम समाज 2024 में भारी तादात में सीमए योगी के साथ आए. उन्होंने कहा कि सीएम योगी किसी धर्म के खिलाफ नहीं हैं वे सिर्फ अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ हैं. हमारी ये 90 लाख रुपयों की प्रॉपर्टी है जिसे हम अयोध्या के नाम दान करेंगे और सीएम योगी को देंगे.
भगवा किसी के खिलाफ नहीं
उन्होंने कहा कि ईद की नमाज में जो हमने भगवा कपडे़ पहने थे उसमे पूरे देश को एक सन्देश देने का मकसद था कि सीएम योगी के कपड़ो का जो भगवा रंग है वह किसी विशेष धर्म के या हिन्दू मुस्लिम के खिलाफ नहीं है. भगवा गुंडों के खिलाफ है, ये भगवा जो है उत्तर प्रदेश को एक विशेष राज्य बनाना चाहता है जो भारत के इतिहास में दर्ज किया जाए. जो प्रदेश को ऊंचे स्थान पर ले गए और एक सही मायनो में राम राज्य लाना चाहते हैं. जिसके लिए हिन्दुओं और मुस्लिमों को भी आगे बढ़ना होगा और सबको गले लगाना होगा. उन्होंने कहा कि 15 मई से हम घर घर जा कर मुस्लिम समाज में ये सन्देश देंगे की सीएम योगी के साथ आएं और दोस्ती का हाथ बढ़ाएं.
दो प्लाट और खेती की जमीन देने का लिया फैसला- मोहम्मद समर गजनी ने बताया कि उनके पास शहर के योगेंद्रपुरी मे करीब 300 गज प्लाट है। वंही शहर के ही कृष्णापुरी में 100 गज से अधिक का दूसरा प्लाट है। इसके अलावा जनपद के गांव निराना में उनकी दो बीघा खेती की जमीन पड़ी है। यह उनकी निजी संपत्ति है, जिसका बैनामा उनके नाम है। इस बनामे को वह राम मंदिर ट्रस्ट को देंगे, जिससे ट्रस्ट 90 लाख रुपए अर्जित कर लेगा।