मुंबई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने के ऐलान के बाद उपजे विवाद में गिरफ्तार अमरावती की सांसद नवनीत राणा की ओर से लगाए गए अमानवीय बर्ताव के आरोपों पर लोकसभा अध्यक्ष ने मुंबई पुलिस से 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा है.
सांसद नवनीत राणा ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में बिना किसी कारण के लॉक-अप में रखने और पुलिस हिरासत में पीने का पानी तक नहीं दिए जाने के आरोप लगाए हैं. ये भी कहा है कि उनके साथ जाति को लेकर दुव्र्यवहार भी किया गया. नवनीत राणा ने अपनी गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए दावा किया कि मुख्यमंत्री ठाकरे के निर्देश पर उनके और पति के खिलाफ कार्रवाई की गई है. उन्होंने पत्र में मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडे समेत तमाम पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग भी की है.
उल्लेखनीय है कि नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को शनिवार को मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की घोषणा के बाद गिरफ्तार किया गया था. हालांकि राणा दंपति ने प्रधानमंत्री मोदी की मुंबई यात्रा का हवाला देते हुए इस आह्वान को वापस ले लिया था. पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद उन्हें खार पुलिस स्टेशन में रखा गया था. वहां भाजपा नेता किरीट सोमैया के पहुंचने के बाद शिवसैनिकों ने जमकर हंगामा किया था. कार पर पथराव भी किया गया था. सोमैया को चोटें भी आई थीं. इसके बाद नवनीत और रवि राणा को दूसरे थाने में शिफ्ट कर दिया गया था. पुलिस ने राणा दंपति पर भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए (राजद्रोह) लगायी है. अदालत ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है. राणा दंपति फिलहाल जेल में हैं.
नवनीत राणा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखे पत्र में कहा कि मेरा कार्यक्रम मुख्यमंत्री के खिलाफ नहीं था. लेकिन जब मुझे समझ आया कि मेरे कार्यक्रम से कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है तो मैंने सार्वजनिक रूप से यह कार्यक्रम निरस्त करने की घोषणी की और कहा कि मैं सीएम निवास नहीं जा रही हूं. इसके बाद भी मुझे और मेरे पति रवि राणा को घर में बंधक बनाकर रखा गया.
सांसद राणा ने आरोप लगाया कि 23 अप्रैल को गिरफ्तारी के बाद मुझे खार पुलिस थाने ले जाया गया. पूरी रात मैं वहां रही. मैंने कई बार पीने का पानी मांगा, लेकिन मुझे रातभर पानी तक नहीं दिया गया. जब मैंने शौचालय जाने देने के लिए कहा तो पुलिसकर्मियों ने ध्यान नहीं दिया. मुझे अपशब्द कहे गए. यहां तक कहा गया कि हम नीची जाति के लोगों को अपने शौचालय का इस्तेमाल नहीं करने देते.नवनीत राणा ने पत्र में अपनी और पति की गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए मुंबई पुलिस आयुक्त, संबंधित डीसीपी, संबंधित एसीपी और अन्य पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कारज़्वाई की मांग की है. सांसद के इसी पत्र पर लोकसभा सचिवालय ने एक्शन लिया है. सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा सचिवालय ने महाराष्ट्र सरकार से 24 घंटे के भीतर विस्तृत जानकारी देने के लिए कहा है. ये जानकारी गृह मंत्रालय के जरिए मांगी गई हैं
उन्होंने कहा कि शिवसेना अपने अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में हिंदुत्व के सिद्धांतों से पूरी तरह भटक गई है और जनादेश को धोखा देना चाहती है. उन्होंने कहा कि मैंने शिवसेना में हिंदुत्व की लौ को फिर से जगाने की सच्ची आशा के साथ घोषणा की थी कि मैं मुख्यमंत्री आवास पर जाऊंगी और उनके आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करूंगी. यह किसी धार्मिक तनाव को भड़काने के लिए नहीं था. सच्चाई ये है कि मैंने तो मुख्यमंत्री को भी हनुमान चालीसा पाठ में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था.