रतन कुमार की रिपोर्ट
खुटौना (मधुबनी )गत दिनों संपन्न पंचायत चुनाव के परिणाम के खिलाफ उठाई गई आवाजों से पता चलता है कि चुनाव परिणाम में कई तरह की गड़बड़ियां हैं । खुटौना पंचायत की मुखिया प्रत्याशी पिंकी देवी, परसाही पूर्वी के इसी पद की प्रत्याशी रूबी देवी और ललमनियां पंचायत के सरपंच पद प्रत्याशी युगल किशोर पंडित, गुरुदेव साहु, मो सईद, रामप्रीत यादव, पंडित लोकेश्वर प्रसाद और संतोष कुमार यादव ने आरके कॉलेज मधुबनी में मतगणना में धांधली का आरोप लगाये हैं । प्रखंड से लेकर प्रदेशस्तर के निर्वाचन पदाधिकारियों को आवेदन देकर इसकी शिकायत की गयी है । इन प्रत्याशियों के अनुसार मतगणना केंद्र पर उनके परोक्ष में ही ईवीएम मशीन को खोलकर गिनती कर ली गयी थी । उन्हें केवल पर्चियों पर विभिन्न उम्मीदवारों के पक्ष में पड़े मतों की संख्या दिखाकर परिणाम घोषित कर दिया गया । इसके खिलाफ आवाज उठाने पर उन्हें फटकारकर भगा दिया गया । इतना ही नहीं पुलिस ने उनमें से कुछ की पिटाई भी कर दी । इस तरह ये लोग परिणाम में धांधली करके लोकतंत्र की हत्या किये जाने से आक्रोशित हैं ।
दूसरी ओर खुटौना पंचायत के एक वार्ड में एक अलग ही बात सामने आ रही है । पंचायत के वार्ड नंबर एक के ग्राम कचहरी पंच पद के लिए चुनाव मैदान में सोना देवी और सुनैना देवी थीं । मतगणना केंद्र पर मौजूद शंकरपुर के जीतेन्द्र मुखिया और रंजीत मुखिया के अनुसार बूथ पर कुल 428 मत डाले गये थे । उनमें से सोना देवी को 213 तथा सुनैना देवी को 159 मत प्राप्त हुए और 56 मत बोगस गिने गये । इस तरह सोना देवी को 54 मतों से विजयी बताकर उनकी जीत की उद्घोषणा भी कर दी गयी । लेकिन विजयी सोना देवी जब प्रमाण-पत्र लेने प्रखंड मुख्यालय गयीं तो पराजित उम्मीदवार सुनैना देवी के नाम से प्रमाण-पत्र बना हुआ था । पराजित उम्मीदवार प्रमाण-पत्र लेने आ भी नहीं रही हैं । साथ ही पराजित सुनैना देवी के परिजन फोन पर उनके हारने की बात स्वीकार भी कर चुके हैं । बीडीओ आलोक कुमार ने मामले की जांच का भरोसा दिया है । लेकिन मतगणना केंद्र से जारी ऑनलाइन परिणाम में भी विजयी उम्मीदवार के रूप में सुनैना देवी का नाम ही दर्ज होने से विजयी सोना देवी जहां डिप्रेशन में हैं वहीं उल्टे चुनाव परिणाम से धांधली के आरोप को भी बल मिलता है ।