बिरसा मुंडा क्रांति के अग्रदूत थे: विधायक रामदास
घाटशिला कॉलेज में विधायक निधि से बनेगा कैंटीन भवन: प्राचार्य
घाटशिला महाविद्यालय के संताली विभाग के संयोजन में बिरसा मुंडा के 125 वें शहादत दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन प्राचार्य डॉ आर के चौधरी की अध्यक्षता में किया गया। संगोष्ठी का विषय ‘बिरसा मुंडा जीवन और संघर्ष’ था। उक्त संगोष्ठी का उद्घाटन घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन ने बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर किया।
इस मौके पर प्राचार्य डॉ आर के चौधरी ने मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि को अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। साथ ही अपने स्वागत संबोधन में कहा कि बिरसा मुंडा 24 वर्ष 5 महीने 24 दिनों तक ही जिंदा रहे। इस दौरान उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी थी। 1895 में उनका दिया नारा आज भी प्रासंगिक है। अपने संबोधन के दौरान प्राचार्य ने विधायक रामदास सोरेन द्वारा कॉलेज के विकास में किए कार्यों का उल्लेख करते हुए मांग किया कि घाटशिला कॉलेज में विधायक निधि से कैंटीन भवन का निर्माण करवा दिया जाए।
अपने उद्घाटन वक्तव्य में विधायक रामदास सोरेन ने कहा कि बिरसा मुंडा क्रांति के अग्रदूत थे। उन्होंने आदिवासी समाज को शोषण एवं अत्याचार के खिलाफ संघर्ष करने की प्रेरणा दी। साथ ही उन्होंने कहा कि घाटशिला कॉलेज में जिस तरह प्राचार्य डॉ चौधरी ने छात्र एवं स्टाफ की सुविधा के लिए कैंटीन भवन के निर्माण करवाने की मांग की हैं, वह शीघ्र ही विधायक निधि से बनवा दिया जाएगा।
संगोष्ठी में विशिष्ट अतिथि के रूप में कोल्हान विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभागाध्यक्ष व सिंडिकेट सदस्य डॉ नरेश कुमार ने बिरसा मुंडा के समय की राजनीतिक एवं सामाजिक स्थिति को बताते हुए कहा कि बिरसा मुंडा ने आदिवासी समाज को जंगल में रहकर तब एकत्रित किया जब संचार के माध्यम नहीं थे।
संगोष्ठी कार्यक्रम का संचालन प्रो इंदल पासवान ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन संताली विभाग के मानिक मार्डी ने किया। इस मौके पर विधायक प्रतिनिधि जगदीश भकत, काजल डॉन, प्रोफेसर सोमा सिंह, डॉ कन्हाई बारिक, डॉ कंचन सिंहा, बसंती मार्डी, डॉ सिंगो सोरेन, चिरंतन महतो, शंकर महाली आदि के अलावे काफी संख्या में शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।