मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने जमशेदपुर के बालीगुमा में रखी मेधा डेयरी प्लांट की आधारशिला
◆ मुख्यमंत्री ने कहा – किसानों- पशुपालकों के आय में बढ़ोतरी और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए उठाए जा रहे कई कदम
◆ मुख्यमंत्री बोले – राज्य सरकार के द्वारा दुग्ध उत्पादन से जुड़ने वाले लोगों को अब प्रति लीटर 5 रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी
◆मुख्यमंत्री ने कहा- पिछले 4 वर्षों में विकास के जो कार्य किए गए हैं, वह पिछले 19 वर्षों में नहीं हुए
● *_आदिवासी- मूल वासियों की अस्मिता और सम्मान से कोई समझौता नहीं_*
● _*झारखंड की जनजातीय और स्थानीय भाषा- संस्कृति को कर रहे समृद्ध*_
● *_दुग्ध उत्पादन में झारखंड को आत्मनिर्भर बनाएंगे_*
● *_बेहतर शिक्षा से ही बेहतर समाज और राज्य का निर्माण संभव: चम्पाई सोरेन, मुख्यमंत्री, झारखंड_*
झारखंड को दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में ना सिर्फ आत्मनिर्भर बनाना है, बल्कि इसे अग्रणी राज्यों की श्रेणी में खड़ा करना है। मुख्यमंत्री श्री चम्पाई सोरेन ने आज जमशेदपुर के बालीगुमा में मेधा डेयरी प्लांट के भूमि पूजन कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा तथा किसानों- पशुपालकों के आय स्रोत में बढ़ोतरी को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि किसानों की खुशहाली से ही राज्य की समृद्धि संभव है । ऐसे में किसानों को सशक्त बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं।
*_प्रचार प्रसार नहीं, काम पर विश्वास करती है हमारी सरकार_*
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार जो भी योजनाएं बना रही हैं, उसे धरातल पर उतारने का काम कर रही है। हम योजनाओं के प्रचार- प्रसार से ऊपर उठकर उसका लाभ समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए कार्य कर रहे हैं। आज राज्य सरकार की योजनाओं से जुड़कर लोग अपने को सशक्त बना रहे हैं।
*_विकास की नई गाथा लिख रहे हैं_*
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 4 वर्षों में हमारी सरकार के द्वारा विकास के जो कार्य किए गए हैं, वह पिछले 19 वर्षों में नहीं हुआ। हेमन्त बाबू ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी और तमाम विपरीत परिस्थितियों के बीच अपने कुशल नेतृत्व से जिस तरह विकास को नई रफ्तार दी, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। आज झारखंड विकास की नई गाथा लिख रहा है । हेमन्त बाबू ने विकास की जो लकीर खींची है, उसी दिशा में हमारी सरकार आगे बढ़कर राज्य को संवारने का कार्य कर रही है।
*_आदिवासी- मूल वासियों की अस्मिता और सम्मान से कोई समझौता नहीं_*
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के आदिवासी -मूलवासी हमेशा हाशिये पर रहे। इनके दुःख- दर्द की किसी ने चिंता नहीं की। ऐसे में झारखंड के अलग राज्य बनने के बाद भी यहां के लोग पिछड़ते ही चले गए। लेकिन, हमारी सरकार आदिवासियों और मूलवासियों की भावना, अस्मिता और सम्मान के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगी। इन्हें सशक्त बनाने का प्रयास शुरू हो चुका है। इन्हें इनका हक और अधिकार हर हाल में मिलेगा।
*_शिक्षा के बिना विकास संभव नहीं_*
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बेहतर समाज और राज्य का निर्माण तभी संभव है, जब हमारे बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा मिलेगी। इसी सोच को ध्यान में रखकर यहां स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस तथा मॉडल स्कूल खोले गए हैं, जहां गरीब बच्चे भी इंग्लिश मीडियम से शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। आर्थिक तंगी से बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं हो, इसके लिए भी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। झारखंड के गरीब बच्चे भी पढ़ लिखकर एक मुकाम हासिल करें, इसके लिए राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहायता दी जा रही है।
*_अब प्राइमरी स्कूलों में बच्चे अपनी मातृभाषा में कर सकेंगे पढ़ाई_*
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की जनजातीय और स्थानीय भाषा एवं संस्कृति को बचाने और समृद्ध बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में अब राज्य के सभी प्राथमिक विद्यालयों में जनजातीय और अन्य स्थानीय भाषाओं की पढ़ाई शुरू की जाएगी। बच्चे अब अपनी मातृभाषा में पढ़ाई करेंगे। इस दिशा में शिक्षकों की नियुक्ति जल्द होगी।
*_जेएसएससी की रद्द हुई परीक्षा जल्द ली जाएगी_*
मुख्यमंत्री ने कहा कि जेएसएससी की पेपर लीक की वजह से रद्द हुई परीक्षा को लेने की तैयारी शुरू कर दी गई है। यह परीक्षा बहुत जल्द आयोजित की जाएगी। अभ्यर्थियों को निराश होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि लगभग 30 हज़ार शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया चल रही है। हमारी सरकार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
*_चांडिल डैम से भूमिगत पाइपलाइन के माध्यम से इस क्षेत्र के खेतों में पहुंचेगा पानी_*
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान अब सालों भर खेती का कार्य कर सकेंगे । इसके लिए सिंचाई सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चांडिल डैम से भूमिगत पाइपलाइन के माध्यम से खेतों में पानी पहुंचेगा। इसके लिए जल्द योजना बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में आधारभूत संरचनाओं को मजबूत किया जा रहा है। लगभग 15 हज़ार किलोमीटर ग्रामीण सड़क बनाई जा रही है। अबुआ आवास योजना के तहत 20 लाख लोगों को तीन कमरों का मकान देंगे। गांव और शहर के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना की शुरुआत हो चुकी है। इसके अलावा भी कई और ऐसी योजनाएं चल रही हैं, जो इस राज्य को नई दिशा देगी।
*_इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता, कृषि मंत्री श्री बादल, विधायक श्री मंगल कालिंदी, श्री समीर मोहंती और श्री संजीव सरदार, प्रमंडलीय आयुक्त श्री हरि कुमार केशरी, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अरवा राजकमल समेत जिला प्रशासन के कई वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।_*
_*कार्यक्रम के अन्य महत्वपूर्ण तथ्य*
● जमशेदपुर डेयरी प्लांट की मिल्क प्रोसेसिंग की क्षमता प्रतिदिन 50 हज़ार लीटर होगी।
● इस डेयरी प्लांट के चालू होने से 5 हज़ार ग्रामीणों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
● राज्य सरकार के द्वारा दुग्ध उत्पादन से जुड़ने वाले लोगों को अब प्रति लीटर 5 रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
● मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत लाभुकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से लगभग 3 करोड़ 6 लाख रुपए की राशि का किया हस्तांतरण।
● मुख्यमंत्री ने दुधारू गाय वितरण योजना के तहत 633 लाभुकों के बैंक खाते में 3 करोड़ 89 लाख रुपए की राशि हस्तांतरित की।
● मुख्यमंत्री ने एनडीडीबी सर्विसेज के माध्यम से झारखंड राज्य में कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम का किया शुभारंभ।
● राज्य में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अब तक 79 को-ऑपरेटिव सोसाइटी का कर लिया गया है गठन।
● राज्य में वर्तमान में ढाई लाख लीटर प्रतिदिन मिल्क प्रोसेसिंग की क्षमता है, जिसे बढ़ाकर 5 लाख लीटर प्रतिदिन करने का है लक्ष्य।
*★ मुख्यमंत्री श्री चम्पाई सोरेन आज गम्हरिया प्रखंड स्थित खरकई गंजिया बराज में विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन- शिलान्यास कार्यक्रम में हुए सम्मिलित।*
*★ मुख्यमंत्री ने कुल 356 करोड़ 27 लाख 28 हजार रुपए की लागत से होने वाले विभिन्न विकास योजनाओं का किया उद्घाटन- शिलान्यास, मुख्यमंत्री सर्वजन पेंशन योजना अंतर्गत 2 लाभुकों को प्रदान किया स्वीकृति पत्र।*
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*★ मुख्यमंत्री ने उज्जैनपुर से अवलाटाड तथा उज्जैनपुर से चमारु तक खरकई एवं संजय नदी के तट पर एफलक्स बांध का निर्माण कार्य एवं भीमखान्दा माइक्रो लिफ्ट भूमिगत पाइपलाइन सिंचाई योजना का किया शिलान्यास।*
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*★ मुख्यमंत्री ने कहा – सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित हो रहें है लोग, आदिवासी-मूलवासी को उनका हक-अधिकार मिले इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध।*
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*★ मुख्यमंत्री ने कहा – राज्यवासियों के आर्थिक, शैक्षणिक तथा सामाजिक विकास के लिए सरकार संकल्पित*
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*★ मुख्यमंत्री ने कहा – शिक्षा के बिना समाज आगे नहीं बढ़ सकता, जनजातीय भाषा के लिए प्राइमरी स्तर पर शिक्षक की होगी बहाली।*
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*★ मुख्यमंत्री ने कहा- रोटी, कपड़ा और मकान की व्यवस्था करना सरकार की प्राथमिकता।*
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*◆ पाइपलाइन का बिछेगा जाल, हर खेत तक पानी पहुंचाना है लक्ष्य।*
*◆ 75 प्रतिशत स्थानीय को नौकरी में दी जाएगी प्राथमिकता।*
*◆ पढ़ाई के लिए रुपया नहीं बनेगा बाधा।*
*– श्री चम्पाई सोरेन, मुख्यमंत्री*
हमारी सरकार राज्य के सतत विकास की दिशा में लगातार प्रयत्नशील है।राज्य की जनता की सोच और भावनाओं के साथ हमारी सरकार खड़ी है। सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाएं धरातल पर उतर रहीं हैं। योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री श्री चम्पाई सोरेन आज सरायकेला – खरसावां जिला के गम्हरिया प्रखंड स्थित खरकाई गंजिया बराज में विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन- शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए ये बातें कही।
*_पाइपलाइन का बिछेगा जाल, छोटे-बड़े सभी किसानों के खेतों में पहुंचाएंगे पानी_*
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंचाई एवं पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु सरकार प्रयासरत है। इसी क्रम में आज सरायकेला -खरसावां जिला अंतर्गत “पाइपलाइन सिंचाई योजना” का शिलान्यास हो रहा है। इस राज्य के किसानों को सशक्त बनाना है। किसान भाई अच्छे से खेती कर अपनी उन्नति कर सके एवं राज्य की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हो सके, इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है। हमारी सरकार झारखंड के किसानों के प्रति समर्पित भाव से कार्य कर रही है। हमारा प्रयास है कि आने वाले दिनों में छोटे-बड़े सभी वर्ग के किसान भाइयों के खेतों तक सिंचाई हेतु पाइपलाइन के माध्यम से पानी पहुंचाई जाए। सिंचाई व्यवस्था को सुदृढ़ और बेहतर करने के उद्देश्य से पिछले दिनों संताल, पलामू तथा कोल्हान प्रमंडल में पाइपलाइन के माध्यम से खेतों तक पानी पहुंचाने के कार्य का शुभारंभ किया गया है।
*_सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित हो रहें राज्यवासी_*
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से राज्यवासी लाभान्वित हो रहें हैं। झारखंड को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की है। रोजगार सृजन योजना के तहत सरकार स्वरोजगार हेतु लोन उपलब्ध करा रही है। हर तरह के व्यवसायिक कार्य के लिए लोन दिया जा रहा है। अब सरकार ने 50 वर्ष की उम्र पूरी कर चुकी महिलाओं के लिए पेंशन योजना की शुरुआत की है। इस योजना का लाभ अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के 50 साल की उम्र के लोग भी ले सकेंगे। सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, झारखंड एकलव्य प्रशिक्षण योजना, मुख्यमंत्री सूखा राहत योजना, पुरानी पेंशन योजना, मुख्यमंत्री सारथी योजना, मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना समेत अन्य योजनाओं की शुरुआत की गयी है। इससे झारखंड की तस्वीर बदल रही है।
*_आर्थिक, शैक्षणिक एवं सामाजिक व्यवस्था को मजबूत करना है_*
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आर्थिक, शैक्षणिक एवं सामाजिक व्यवस्था को मजबूत करने का काम निरंतर जारी है। यहां के आदिवासी, दलित, पिछड़ा वर्ग के बच्चों की पढ़ाई का सारा खर्च सरकार निर्वाहन कर रही है। उत्कृष्ट विद्यालयों में बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल कर रहें है। हमारी सरकार ने अतिरिक्त 20 लाख हरा राशन कार्ड बनाकर गरीबों को राशन मुहैया कराया।
*_शिक्षा का दिया नहीं बुझेगा, बच्चों को मिल रहा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा_*
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शिक्षा का ऐसा दीप जला रहें है जो कभी नहीं बुझेगा। सरकार यहां के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है।पैसे के अभाव के कारण अब बच्चों की पढ़ाई नहीं छूटेगी। सरकार द्वारा प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा दी जा रही है। शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं । निजी विद्यालयों की तर्ज पर गरीब बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन देने के लिए स्कूल ऑफ एक्सीलेंस खोले गए हैं । स्कॉलरशिप की राशि में तीन गुना इजाफा किया गया है । सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजनाओं से अब तक 9 लाख छात्राओं को लाभ मिल चुका है। आज राज्य के आदिवासी, दलित, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक के बच्चे विदेश में पढ़ाई कर रहे है। मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत राज्य के युवक एवं युवतियों को विदेश में उच्च शिक्षा के लिए छात्रवत्ति प्रदान की जा रही है।
*_मुख्यमंत्री ने दी ये सौगातें_*
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सरायकेला -खरसावां जिले को 84 योजनाओं की सौगात दी। इसमें 11 योजनाओं का उद्घाटन और 73 योजनाओं की आधारशिला रखी गई। जिसके तहत 356 करोड़ 27 लाख 28 हजार रुपए खर्च होंगे। जहाँ उद्घाटन योजनाओं की कुल राशि 28 करोड़ 25 लाख 32 हजार 9 सौ रूपये है, वहीं शिलान्यास योजनाओं की राशि 328 करोड़ 1 लाख 95 हजार रूपये है।
*_इस अवसर पर मंत्री श्री बादल, विधायक श्री दशरथ गागराई, श्रीमती सबिता महतो, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अरवा राजकमल, प्रमुख अभियंता जल संसाधन विभाग श्री नागेश मिश्रा, प्रशासक स्वर्ण रेखा परियोजना श्री मंजूनाथ भजन्त्री ,जिले के उपायुक्त समेत अन्य वरीय पदाधिकारी मौजूद थे।_*