संवाददाता- विवेक चौबे
गढ़वा : जिले के कांडी प्रखण्ड में रविवार की रात आफत की बारिश होने से पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इस भारी बारिश में प्रखण्ड के विभिन्न पंचायतों व गांवों में जानमाल को काफी नुकसान हुआ। बल्कि यों कहें कि भारी बारिश से तबाही सी मच गई है। जगह-जगह यातायात व आवागमन भी बाधित हो गया है। कहीं घर तो कहीं पेड़ भी गिरे, कहीं सड़क भी टूट गई। बता दें कि प्रसिद्ध सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल में पंडी नदी का रौद्र रूप देखा जा रहा है। जहां पंडी नदी उफान पर है।
जहां पर पूल के ऊपर से पानी बह रहा है। वहीं भगवती मंदिर में 8 फिट पानी भरा हुआ है। साथ ही भैरव मंदिर में भी पानी घुस गया है। जबकि अधौरा गांव के कई घरों व दुकानों में पानी घुस गया। जिसमें उक्त गांव निवासी कामेश्वर ठाकुर, अखिलेश राम, उस्मान मियां, मुन्ना चौधरी सहित कई लोगों के घर में पानी भर गया। जबकि शम्भू गुप्ता के घर व दुकान में पानी घुस गया, जिससे लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं पतीला पंचायत के युवा मुखिया अमित कुमार दुबे ने अपने क्षेत्र में भ्रमण किया। उन्होंने बताया कि पतीला गांव में कुदरुष अंसारी व चोका गांव के मुखा राम व जुगुल राम का घर ध्वस्त हो गया। श्री दुबे ने मीडिया के माध्यम से प्रखण्ड विकास पदाधिकारी व उपायुक्त से आग्रह करते हुए उक्त सभी पीड़ितों को आवास स्वीकृत करने की मांग की है। वहीं बलियारी पंचायत के पखनाहा गांव के बेलाश सिंह, उदय सिंह, लालनाथ सिंह, कौशल सिंह, रामसुंदर प्रजापति,बबलू सिंह, अजित पाल, प्रदीप पाल व उक्त गांव के भिलमा के उदय पांडेय व अशोक पांडेय का मिट्टी का घर पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गया।
जबकि हेठार क्षेत्र के सरकोनी, सेमौरा, करमा, भिलमा, अमडीहा, चन्द्रपुरा, नाउ भिलमा, सोनपुरा, बलियारी, पतीला, जमुआ, चोका, बेलहथ, नारायणपुर आदि गांवों में हजारों एकड़ में धान, अरहर, तील व मूंगफली की फसल पंडी नदी की बाढ़ में डूब गया। गड़ाखुर्द पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि नीरज सिंह व दर्जनों किसानों ने बताया कि नारायणपुर पूल के बगल में बने डायवर्शन से बाढ़ का पानी नही निकलने से सैकड़ो एकड़ में लगे धान की फसल पंडी नदी की बाढ़ में डूबा हुआ है।जिससे फसलों के नुकशान होने की संभावना बढ़ गयी है।
वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर अंचलाधिकारी मनोज कुमार तिवारी ने कहा की बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में गिरे मिट्टी का घर व फसलों की हुई नुकसान की जांच कर उचित मुआवजा हेतु वरीय पदाधिकारी को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।