रतन कुमार की रिपोर्ट
खुटौना (मधुबनी)। लगन अगर सच हो तो सपने निश्चित रूप से पूरे होते हैं । इस कथन को चरितार्थ कर दिखाया है प्रखंड के सुदूर इन्डो-नेपाल बॉर्डर से सटे अरनामा गांव के नवयुवक सुधांशु नायक ने। मनोज नायक एवं बबिता देवी के सबसे छोटे बेटे सुधांशु का बचपन से ही इस क्षेत्र में जाने का रुझान था। वह बचपन से ही गीत-संगीत में रमा हुआ था। उसने अपने मात-पिता को अपने सपने की जानकारी दे रखी थी। अंग्रेजी ऑनर्स से स्नातक करने के बाद उसने अपने सपने का पीछा करने फिल्म नगरी मुम्बई का रुख किया। वहां के बालाजी इन्स्टीच्यूट से ट्रेनिंग ली और रख दिया कदम इस लाइन में। उसने हमसफर नामक एल्बम में बतौर अभिनेता काम करके इस क्षेत्र में अपनी प्रखर पहचान का परिचय दिया। फिर सावधान इंडिया तथा जन्मकुण्डली सहित सोनी टीवी के अन्य धारावाहिकों में काम करके युवाओं के बीच खूब लोकप्रियता हासिल की। अपने गांव आने पर उसका बाजे-गाजे से स्वागत किया गया। उसके चाचा शिव नायक, राम कुमार साह तथा प्रमोद नायक का कहना है कि गांव के इस होनहार लाल की इस उपलब्धि से समूचे गांव में खुशी और उत्साह है। उसने अपने जिले और राज्य का नाम रौशन किया है। वह इसी क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहता है। उसने युवाओं को अपने संदेश में कहा कि सच्ची लगन से अपने सपने को पूरा करने में लगे रहने से सपने पूरे होकर रहते हैं। उसने इस क्षेत्र में अपने कैरियर बनाने के इच्छुक युवाओं को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है।