टीएमएच के सफाई कर्मियों की मांग है की डेड बॉडी लेकर जाते समय पहने गए अस्पताल के कपड़े को वह दोबारा नहीं पहनना चाहते हैं क्योंकि उससे संक्रमण का खतरा बना रहता है इन कर्मचारियों का कहना है कि संक्रमित डेड बॉडी को वे लोग ले जाते हैं लेकिन जो कपड़े पहने रहते हैं उसी कपड़े को पुनः पहने को दिया जाता है जो न तो उनके और ना ही हॉस्पिटल के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है अपनी इस मांग को लेकर आज कर्मचारियों ने विरोध किया हालांकि इसके अलावा भी उनकी मांगे हैं. कर्मचारियों की अन्य मांगों में वेतन की वृद्धि और उनके इंसुरेंस को दुगुना किए जाने की बात है इन कर्मचारियों का कहना है कि उनको करीब ₹9000 वेतन मिलते हैं जो काफी कम है गुरु नानक अमन काल में वे अपनी जान को जोखिम में डालकर काम करते हैं लेकिन उनके वेतन में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है इसलिए उनके वेतन को कम से कम 2 गुणा किया जाए यानी उन्हें ₹18000 दिए जाएं और उनका जो इंसुरेंस है ₹500000 का उसे 5 लाख से बढ़ाकर ₹1000000 किया जाए ताकि अगर उन्हें कुछ होता है तो उनके परिवार को आर्थिक सहायता मिल सके और उनके परिवार को भविष्य में कोई दिक्कत न हो हालांकि इस मौके पर कोई टाटा अथवा टीएमएच प्रबंधन का कोई अधिकारी नहीं गया लेकिन उनके विरोध को दर्ज किया गया है