अबू धाबी. इजरायल के राष्ट्रपति आइजक हरजोग संयुक्त अरब अमीरात की पहली आधिकारिक यात्रा के तहत रविवार को अबू धाबी पहुंचे. लेकिन इसी मौके का फायदा उठाते हुए यमन के हूती विद्रोहियों ने यहां मिसाइल से हमला कर दिया. गनीमत रही कि यूएई ने इस बैलिस्टिक मिसाइल को बीच हवा में ही मार गिराया. रविवार को दागी गई इस मिसाइल को एयर डिफेंस सिस्टम की मदद से मार गिराया गया. यूएई के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस हमले में किसी को कोई चोट नहीं आई और ना ही किसी तरह की क्षति हुई है.
मिसाइल के छर्रे जमीन के उस स्थान पर आकर गिरे, जहां लोग नहीं रहते. इससे करीब 15 दिन पहले 17 जनवरी को हूतियों ने अबू धाबी पर बड़ा मिसाइल हमला किया था. जिसमें दो भारतीयों सहित तीन लोगों की मौत हो गई और छह लोग घायल हो गए. इसे ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा यूएई पर किया सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है. बीते हफ्ते सोमवार को भी हूती विद्रोहियों ने अबू धाबी पर मिसाइल से हमला किया था. जिसे वक्त रहते मार गिराया गया.
यूएई साल 2015 से ही यमन युद्ध में शामिल है. वो सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन का प्रमुख सदस्य है. जिनका मकसद यमन में वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार की वापसी करना और हूतियों के कब्जे को हटाना है. इस संगठन ने यमन की राजधानी पर कब्जा करने के बाद सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया था. रविवार को हुए मिसाइल हमले से कुछ घंटे पहले हूती संगठन के एक प्रवक्ता ने कहा कि वे संयुक्त अरब अमीरात के अंदर चलने वाले नए सैन्य अभियान के विवरण का खुलासा करेंगे.
यह हमला उसी रात हुआ, जब इजरायल के राष्ट्रपति आइजक हरजोग ने संयुक्त अरब अमीरात की पहली आधिकारिक यात्रा पर अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात की थी. उनकी इस यात्रा को पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के दौरान दोनों देशों की बीच संबंधों के प्रगाढ़ होने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है. यूएई और इजरायल के बीच 2020 में अमेरिका की मध्यस्थता से हुए राजनयिक समझौते के बाद संबंध सामान्य हो गए थे. अबू धाबी पहुंचने पर यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायेद अल नाहयान ने हरजोग का गर्मजोशी से स्वागत किया. फिर उन्होंने शाही महल में बातचीत की.