नई दिल्ली. दुनिया का सबसे बड़ा सफेद हीरा ‘द रॉक’ जिसका वजन 200 कैरेट से भी ज्यादा है की अगले हफ्ते जेनेवा में नीलामी होने जा रही है. यह नीलामी क्रिस्टीज की ओर से की जानी वाली बिक्री का हिस्सा है. इस नीलामी में द रॉक के अलावा द रेड क्रॉस डायमंड की भी नीलामी की जाएगी. उम्मीद जताई जा रही है कि द रॉक की नीलामी 3 करोड़ डॉलर (करीब 2.30 अरब रुपये) तक में हो सकती है. इसका वजन 228.31 कैरेट है. नाशपाती के आकार वाला यह सफेद हीरा गोल्फ की गेंद जितना बड़ा है. क्रिस्टी के आभूषण विभाग के प्रमुख मैक्स फॉसेट ने रॉयटर्स को बताया, “यह पूरी तरह से नाशपाती के आकार का है. अक्सर इस तरह के बड़े स्टोन्स के वजन को बनाए रखने के लिए आकार में कुछ कटौती करनी पड़ती है. यह दुनिया के सबसे दुर्लभ रत्नों में से एक है जिसकी नीलामी होने जा रही है.”दक्षिण अफ्रीका के खदान से निकला है यह दुर्लभ हीरा
यह दुर्लभ सफेद हीरा दक्षिण अफ्रीका की खदान से निकाला गया था. इसे इसके पूर्व मालिक ने कार्टियर हार के रूप में पहना था. इससे पहले 163.41 कैरेट का सफेद हीरा 2017 में नीलाम किया गया था. उस समय इसकी नीलामी का रिकॉर्ड बना था. हीरे के प्रमुख उत्पादक देश रूस पर प्रतिबंधों के साथ-साथ महामारी की पाबंदियों में छूट से वीआईपी कार्यक्रमों की फिर से शुरुआत हो गई है. इससे हीरे की ग्लोबल कीमतों में तेजी आई है.
द रेड क्रॉस डायमंड की भी होगी नीलामी
इस नीलामी में “द रेड क्रॉस डायमंड” की भी बिक्री की जाएगी. यह 205.07 कैरेट का पीला कुशन के आकार का स्टोन है. इस नीलामी से होने वाली आमदनी का एक हिस्सा जिनेवा स्थित रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी) को जाएगा. इस बहुमूल्य रत्न को पहली बार क्रिस्टीज द्वारा ही लंदन की नीलामी में 1918 में बेचा गया था. तब विश्व युद्ध चल रहा था और लंदन के लोगों ने ब्रिटेन की मदद करने के लिए अपने कीमतों सामानों को नीलामी के जरिये बेचा था. उस नीलामी से 10,000 पाउंड मिले थे जिससे ब्रिटिश रेड क्रॉस सोसाइटी की मदद की गई थी. इस बहुमूल्य रत्न के निचले हिस्से में माल्टीज क्रॉस बना हुआ है.