इस्लामाबाद. बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने रविवार को दावा किया कि उसने पाकिस्तानी सेना पर फिदायीन हमला किया है, जिसमें 90 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं. बीएलए के मुताबिक उनकी मजीद ब्रिगेड और फतेह ब्रिगेड ने सेना के काफिले पर सुसाइड बॉम्बिंग की.
बीएलए ने बताया कि क्वेटा से कफ्तान जा रहे मिलिट्री के 8 वाहनों पर हमला किया गया. नोशकी के हाईवे के पास फिदायीन लड़ाकों ने वाहनों को निशाना बनाया. एक फिदायीन विस्फोटकों से भरी गाड़ी लेकर सेना के काफिले से टकरा गया.
इसके बाद बीएलए की फतेह स्क्वॉड के लड़ाकों ने सेना के काफिले में घुसकर सैनिकों की हत्या की. जिस वाहन पर सुसाइड अटैक किया गया था, वो पूरी तरह तबाह हो गया. घायलों को नोशकी के अस्पताल में भर्ती किया गया है. इलाके में इमरजेंसी लगा दी गई है.
5 दिन पहले ही बीएलए ने एक पैसेंजर ट्रेन का अपहरण कर लिया था. बीएलए ने दावा किया था कि उसने सभी 214 बंधकों को मार डाला है. जबकि पाकिस्तानी सेना ने कहा था कि उसके सिर्फ 28 सैनिक मारे गए थे, जबकि सभी 33 बलूच लड़ाकों को ढेर कर दिया गया था.
पांच दिन पहले बीएलए ने ट्रेन हाईजैक की थी
इससे पहले 11 मार्च को को बीएलए ने क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर पैसेंजर ट्रेन को हाईजैक कर लिया था. जाफर एक्सप्रेस मंगलवार की सुबह 9 बजे क्वेटा से पेशावर के लिए चली थी. इसके सिबि पहुंचने का टाइम 1.30 बजे था.
इससे पहले ही दोपहर करीब 1 बजे बलूचिस्तान के बोलान जिले के माशकाफ इलाके में बलूच लिबरेशन आर्मी ने इस हमले को अंजाम दिया. यह पहाड़ी इलाका है, जहां 17 सुरंगें हैं, इसके चलते ट्रेन को धीमी स्पीड पर चलाना पड़ता है. इसका फायदा उठाकर बीएलएने ट्रेन पर हमला किया.
सबसे पहले बलूच आर्मी ने माशकाफ में टनल नंबर-8 में रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया. इससे जाफर एक्सप्रेस डिरेल हो गई. इसके बाद बीएलए ने फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग में ट्रेन का ड्राइवर भी घायल हुआ. इस ट्रेन में सुरक्षाबल, पुलिस और आईएसआई के एजेंट्स सफर कर रहे थे. सभी पंजाब जा रहे थे. इन्होंने बीएलए के हमले का जवाब दिया, लेकिन बीएलए ने ट्रेन पर कब्जा कर लिया.