CM हेमंत सोरेन की दायर याचिका पर 13 अक्टूबर को हाईकोर्ट में होगी सुनवाई
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा दायर याचिका पर आज को हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्र और जस्टिस आनंद सेन की अदालत में सुनवाई हुई. मामले की अगली सुनवाई के लिए 13 अक्टूबर की तारीख निर्धारित की गई है. बता दें, इन दिनों एक के बाद एक मामलों में सीएम हेमंत सोरेन फंसे हुए हैं. एक ओर रांची जमीन घोटाले में ईडी के समन के खिलाफ उनका मामला कोर्ट में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध है, जिस पर 6 अक्टूबर के बाद आज को सुनवाई हुई. सीएम हेमंत ने ईडी के समन को चुनौती देते हुए उसे रद्द करने की मांग की है. आज मामले में सीएम की ओर से झारखंड हाईकोर्ट में वरीय अधिवक्ता पी चिदंबरम और अधिवक्ता पियूष चित्रेश ने पक्ष रखा. वहीं, ईडी मामले में 13 अक्टूबर को पक्ष रखेगी. सीएम ने ईडी की कार्रवाई को चुनौती देते हुए ईडी के समन के खिलाफ 23 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका दायर की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस पर सुनवाई से इनकार कर दिया और उन्हें हाईकोर्ट जाने को कहा. इसके बाद सीएम ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. इसकी सुनवाई चल रही है.
इससे पहले ईडी ने सीएम को भेजा है पांच बार समन
आपको बता दें, इससे पहले सीएम को ईडी द्वारा पांच बार समन भेजा गया था. ईडी ने अपने पहले समन में 14 अगस्त को उन्हें ईडी दफ्तर बुलाया था. इसके लिए सीएम को ईडी ने 8 अगस्त को पहला समन भेजा था. लेकिन वे पहले समन में ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे. इस दौरान सीएम सचिवालय से ईडी कार्यालय चिट्ठी भिजवाया गया था जिसमें सीएम की ओर से कहा गया था ईडी अपना समन वापस लें, मैं कानूनी सलाह ले रहा हूं. इसके बाद दूसरी बार ईडी की तरफ से 19 अगस्त को समन भेजकर 24 अगस्त (गुरूवार) को पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर बुलाया था. लेकिन सीएम ईडी के इस बुलावे पर भी ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे थे उस समय भी यानी 24 अगस्त को मुख्यमंत्री की जगह सचिवालय से सूरज कुमार नाम का एक कर्मी सील बंद लिफाफे में एक चिट्ठी लेकर ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचा था.
इसके बाद सीएम हेमंत को ईडी ने 1 सितंबर को तीसरी बार समन भेजा और 9 सितंबर को ईडी दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया था. लेकिन सीएम सचिवालय की तरफ से बंद लिफाफे वाली एक चिट्ठी लिए एक कर्मी ईडी दफ्तर पहुंचा था. मुख्यमंत्री हेमंत को ईडी ने चौथी बार 17 सितंबर को समन भेजा और इसमें उन्होंने सीएम हेमंत को 23 सितंबर को ईडी दफ्तर में उपस्थित होने को कहा था. लेकिन वे ईडी दफ्तर फिर से नहीं पहुंचे. इस बार भी सीएम सचिवालय का कर्मी सूरज कुमार लिफाफे में बंद चिट्ठी लेकर ईडी कार्यालय पहुंचा था और उसने ईडी को चिट्ठी रिसीव कराया था. जिसके बाद फिर से ईडी ने पांचवीं बार 26 सितंबर को उन्हें समन भेजा और 4 अक्टूबर की तिथि को उन्हें मामले में पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय बुलाया था लेकिन वे ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे.