राष्ट्रपति मुर्मू ने फ़िज़ी के नाडी स्थित श्री शिव सुब्रमण्यम मंदिर में पूजा-अर्चना की
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को नाडी स्थित श्री शिव सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर गईं और पूजा-अर्चना की। यह प्रशांत क्षेत्र में सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है।
मुर्मू फ़िज़ी के राष्ट्रपति विलियम मैवालिली कैटोनिवेरे के निमंत्रण पर पांच से सात अगस्त तक फ़िज़ी के दौरे पर हैं। यह किसी भारतीय प्रमुख की इस द्वीपीय देश की पहली यात्रा है।
राष्ट्रपति कार्यालय ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कुछ तस्वीरों के साथ एक पोस्ट में कहा, ‘‘फ़िज़ी की अपनी राजकीय यात्रा के अंतिम पड़ाव में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नाडी में श्री शिव सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की, जो प्रशांत क्षेत्र के सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में से एक है। राष्ट्रपति मुर्मू का मंदिर में फ़िज़ी-भारतीय मूल के लोगों ने भव्य स्वागत किया।’’
विदेश मंत्रालय ने सोशल मडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नाडी में श्री शिव सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर का दौरा किया…..। यह दो देशों के बीच सांस्कृतिक जुड़ाव का जश्न मनाने का एक विशेष क्षण है।’’
मुर्मू फ़िज़ी से न्यूजीलैंड और तिमोर-लेस्ते की यात्रा करेंगी। नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के अनुसार, उनकी तीन देशों की छह दिवसीय यात्रा का उद्देश्य भारत की एक्ट ईस्ट नीति को आगे बढ़ाना है।
मंगलवार को उन्हें फ़िज़ी देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, ‘कम्पैनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फ़िज़ी’ से सम्मानित किया गया
उन्होंने फ़िज़ी की संसद और भारतीय मूल को भी संबोधित किया।
भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आप 145 साल पहले आए थे, फिर भी आप अपनी संस्कृति, अपनी भाषा, अपनी परंपरा, अपनी जीवनशैली को नहीं भूले हैं। इसलिए मैं आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देती हूं।’’
उन्होंने कहा कि भारतीय प्रवासी दोनों देशों के बीच रिश्ते मजबूत करने की प्रक्रिया में एक सेतु की भूमिका निभा रहे हैं।