चन्दन प्रसाद शर्मा ।राष्ट्र संवाद
बेगूसराय :पीएनजीआरबी और अन्य वैधानिक निकायों के दिशा-निर्देशों के अनुसार बरौनी रिफाइनरी में नियमित रूप से आपदा अभ्यास आयोजित किए जाते हैं। इस तरह के अभ्यास हर तिमाही में आयोजित किए जाते हैं और इनका उद्देश्य आपदा प्रबंधन प्रणाली में खामियों को ढूंढना और रिफाइनरी की आपदा प्रबंधन क्षमता को और बेहतर बनाना है।बरौनी रिफ़ाइनरी में 16 सितंबर 2024 को एस आर एन टैंक के स्विवेल जॉइंट लीक से रिसाव / टूटने से पूल मेंआग लगने के काल्पनिक परिदृश्य पर Q2/2024-25 के लिए ऑनसाइट आपदा (सामान्य घंटे) मॉक ड्रिल आयोजित की गई। आग की सूचना मिलने पर, टैंक फार्म क्षेत्र के पास घटनास्थल पर दमकल गाड़ियाँ पहुँचीं।स्थिति की गंभीरता के आकलन के बाद ईआरडीएमपी(आपातकालीन प्रतिक्रिया एवं आपदा प्रबंधन योजना) लागू की गई।अभ्यास 10:30 बजे आरंभ हुआ। प्रथम चरण में स्थिति पर नियंत्रण न हो पाने पर लेवल । (भीषण आग ) सायरन 10:40 बजे बजाया गया। इसके बाद, स्थिति के और अधिक बिगड़ने पर कार्यकारी निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख के साथ परामर्श के बाद सीआईसी (मुख्य घटना नियंत्रक) द्वारा ऑनसाइट आपदा की घोषणा की गई तथा 11:00 बजे लेवल II (ऑनसाइट) आपदा सायरन बजाया गया तथा ईआरडीएमपी के अनुसार आपातकालीन आपदा
प्रबंधन दल तुरंत कार्रवाई में आ गया। अंततः बिना किसी जनहानि के स्थिति पर नियंत्रण पा लिया गया।बरौनी रिफ़ाइनरी की आपदा प्रबंधन टीम का नेतृत्व समग्र आपदा समन्वयक, कार्यकारी निदेशक एवं रिफ़ाइनरीप्रमुख, बरौनी रिफ़ाइनरी, श्री सत्य प्रकाश ने किया और इसमें मुख्य घटना नियंत्रक श्री एस. के. सरकार, मुख्य महाप्रबंधक(तकनीकी), मानव संसाधन कल्याण और मीडिया समन्वयक डॉ प्रशांत राउत, मुख्य महाप्रबंधक (मानवसंसाधन); सीआईसी के सलाहकार (रिफाइनरी ऑपरेशन से संबंधित मुद्दे) एस. जी. वेंकटेश, मुख्यमहाप्रबंधक (टीएस एवं एचएसई); और अन्य आपदा समन्वयक, सीआईएसएफ टीम, अग्नि और सुरक्षा दल आदि शामिल थे।उपरोक्त आपदा परिदृश्य को लगभग 11:40 बजे नियंत्रित किया गया और स्थिति का आकलन करने के बाद स्ट्रेट रन ऑल क्लियर सायरन बजाया गया। एच. यू. आर. एल. और एन. टी. पी. सी. बरौनी के आपसी सहायता भागीदारों की दमकल गाड़ियों ने इस अभ्यास में भाग लिया।आपातकालीन नियंत्रण केंद्र में डीब्रीफिंग सत्र आयोजित किया गया और सत्र की अध्यक्षता सत्य प्रकाश,कार्यकारी निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख, बरौनी रिफाइनरी के ने की। डी-ब्रीफिंग सत्र बहुत ही सारगर्भित था और वास्तविक घटना के मामले में बेहतर नियंत्रण के लिए सभी अनुभवों और कमियों पर विस्तार से चर्चा की गई।इस की जानकारी मीनाक्षी ठाकुरवरिष्ठ प्रबंधक (कॉर्पोरेट संचार और कर्मचारी सेवाएं)ने दी है।