आज झारखंड आंदोलन के अग्रणी नायकों में शुमार स्वर्गीय निर्मल महतो की 71 वीं जयंती है. इस मौके पर जमशेदपुर के चमरिया गेस्ट हाउस स्थित स्वर्गीय निर्मल दा की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि देने सुबह से ही राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र के अलावा शहीद निर्मल महतो के पारिवारिक सदस्यों का तांता लगा रहा. निर्मल दा को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे राज्य के मंत्री चम्पई सोरेन ने राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य के आंदोलनकारियों और शहीदों को सम्मान देने का काम बखूबी कर रहे हैं. उन्होंने मीडिया के सवालों पर सख्त लहजे में पहली लॉक डाउन की कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए केंद्र सरकार को जमकर कोसा. उन्होंने कोरोना नियंत्रण और प्रवासी मजदूरों को लाने में राज्य सरकार की सराहना की और कहा राज्य सरकार हर मोर्चे पर सफल है. मंत्री चंपई सोरेन ने कहा राज्य में पहली बार ऐसा हो रहा है कि जहां जरूरतमंद लाभुक अपनी समस्याओं को लेकर आ रहे हैं एक ही दिन में उनका समाधान किया जा रहा है उन्होंने आपके अधिकार आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की जमकर सराहना की इस दौरान घाटशिला विधायक सह जमशेदपुर महानगर जिला झामुमो अध्यक्ष रामदास सोरेन, महावीर मुर्मू आदि मौजूद रहे.
चम्पई सोरेन (मंत्री झारखण्ड सरकार)
इधर जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो के नेतृत्व में भाजपाइयों ने भी निर्मल दा के प्रतिमा पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी मौके पर मौजूद जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा निर्मल दा ने जहां अलग झारखंड राज्य के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, वहीं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेई ने अलग झारखंड राज्य देकर निर्मल दा के सपनों को साकार किया, आपको बता दें कि आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेई की भी 97 वीं जयंती है. वहीं उन्होंने वर्तमान सरकार की जमकर आलोचना करते हुए कहा की निर्मल दा के सपनों का झारखंड आज भी अधूरा है. जिस सामंतवादी प्रथा के उन्मूलन के लिए निर्मल दा ने अपने प्राणों की आहुति दी, आज भी सामंतवादी प्रथाएं समाज में जीवित है, और अलग झारखंड राज्य का सपना अधूरा है.