Close Menu
Rashtra SamvadRashtra Samvad
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • होम
    • राष्ट्रीय
    • अन्तर्राष्ट्रीय
    • राज्यों से
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
      • ओड़िशा
    • संपादकीय
      • मेहमान का पन्ना
      • साहित्य
      • खबरीलाल
    • खेल
    • वीडियो
    • ईपेपर
      • दैनिक ई-पेपर
      • ई-मैगजीन
      • साप्ताहिक ई-पेपर
    Topics:
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Home » मुख्यमंत्री  हेमन्त सोरेन के निर्देश और पहल पर दक्षिण अफ्रीका में फंसे झारखण्ड के 27 कामगारों की हुई घर वापसी, सभी श्रमिकों ने मुख्यमंत्री के प्रति जताया आभार
    Breaking News Headlines झारखंड राजनीति

    मुख्यमंत्री  हेमन्त सोरेन के निर्देश और पहल पर दक्षिण अफ्रीका में फंसे झारखण्ड के 27 कामगारों की हुई घर वापसी, सभी श्रमिकों ने मुख्यमंत्री के प्रति जताया आभार

    Devanand SinghBy Devanand SinghJuly 24, 2024No Comments3 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link

     

     

    मुख्यमंत्री  हेमन्त सोरेन के निर्देश और पहल पर दक्षिण अफ्रीका में फंसे झारखण्ड के 27 कामगारों की हुई घर वापसी, सभी श्रमिकों ने मुख्यमंत्री के प्रति जताया आभार

    बोकारो के 18, गिरिडीह के 4 और हजारीबाग के 5 श्रमिक आज सवेरे झारखंड के पारसनाथ स्टेशन हुआ आगमन

    मुख्यमंत्री ने वापस लौटे श्रमिकों से मोबाइल के जरिए किया संवाद, मंत्री सत्यानंद भोक्ता , मंत्री श्री बैद्यनाथ राम, मंत्री श्रीमती बेबी देवी, विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन और विधायक श्री सुदिव्य कुमार सोनू ने श्रमिकों के आगमन पर किया स्वागत

    राज्य सरकार की पहल पर सभी श्रमिकों के 3 महीने के बकाए पारिश्रमिक का कंपनी ने किया भुगतान, भारत वापसी के लिए हवाई टिकट की भी व्यवस्था की

     

    मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के निर्देश एवं श्रम, रोजगार, प्रशिक्षण और कौशल विकास विभाग की त्वरित पहल पर दक्षिण अफ्रीका के कैमरून के याउंडे में विनायक कंस्ट्रक्शन,फेस जेंडरमेरी, अप्रेस ऑडिटोरियम और जीन पॉल टू मबांकलो कंपनी में कार्यरत झारखंड के 27 श्रमिकों की आज सवेरे सुरक्षित अपने घर वापसी हो गई। मंत्री श्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री श्री बैद्यनाथ राम, मंत्री श्रीमती बेबी देवी, विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन और विधायक श्री सुदिव्य कुमार सोनू ने श्रमिकों के आज गिरिडीह पहुंचने पर उनका स्वागत किया। उन्होंने श्रमिकों से बात कर उनकी पूरी व्यथा को जाना। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने भी मोबाइल की जरिए श्रमिकों से संवाद किया और उन्हें राज्य सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग मदद करने का आश्वासन दिया। श्रमिकों ने विकट परिस्थितियों में दक्षिण अफ्रीका से वापस अपने घर झारखंड लौटने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए गए पहल को लेकर मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया।

     

     

    यह है पूरा मामला

    दक्षिण अफ्रीका में फंसे 27 श्रमिकों में बोकारो के 18, गिरिडीह के 4 और हजारीबाग-5 श्रमिक हैं। ये सभी श्रमिक इस वर्ष 29 मार्च से वहां काम कर रहे थे। उन्होंने 16 जुलाई को एक्स हैंडल पर 4 महीने से पारिश्रमिक बकाया रहने और वापस भारत लौटने की इच्छा जताई थी।

    मुख्यमंत्री ने मामले को लिया संज्ञान में

    मुख्यमंत्री ने इसकी जानकारी प्राप्त होते ही श्रम, रोजगार, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग को आवश्यक पहल करने का निर्देश दिया। वहीं, POE, रांची को सचिव, श्रम विभाग की ओर से मामले पर संज्ञान लेने हेतु पत्र भेजा गया। पत्र के माध्यम से कामगारों को उनका बकाया पारिश्रमिक और उनके सुरक्षित झारखंड वापसी किस दिशा में पहल करने को कहा था।

    राज्य सरकार की पहल पर कंपनी ने श्रमिकों के बकाये पारिश्रमिक का किया भुगतान, हवाई टिकट की भी व्यवस्था की

     

     

    श्रम विभाग के तहत कार्यरत राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष द्वारा L&T company से संपर्क कर निर्देशित किया गया कि जल्द से जल्द श्रमिकों के बकाया पारिश्रमिक का भुगतान किया जाय | इस संबंध में कोलकत्ता हेड ऑफिस से संपर्क कर पुन: कैमरून, दक्षिण अफ्रीका को मामले से अवगत कराया गया | राज्य सरकार के इस पहल के बाद L&T company ने 17 जुलाई को सभी 27 श्रमिकों को 3 महीने के बकाया पारिश्रमिक के रूप में 30 लाख रुपए का भुगतान किया गया । श्रमिकों ने बकाया पारिश्रमिक मिलने की जानकारी वीडियो के माध्यम से राज्य सरकार को दी । कंपनी ने श्रमिकों को भारत वापस भेजने के लिए एयर टिकट की भी व्यवस्था की। 21 जनवरी को सभी श्रमिक वहां से भारत के लिए उड़ान भरे। 22 जुलाई को मुंबई पहुंचे और फिर ट्रेन से आज सवेरे झारखंड के पारसनाथ स्टेशन पर आगमन हुआ ।

    Share. Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Previous Articleमहाराष्ट्र में वडसा-गढ़चिरौली रेल लाइन परियोजना पर तेज गति से हो रहा काम : वैष्णव
    Next Article जाति जनगणना पर बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार ने खोया आपा, आरजेडी की महिला विधायक पर भड़के

    Related Posts

    बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर भगवान गौतम बुद्ध के प्रतिमा पर किया गया माल्यार्पण

    May 12, 2025

    कारोबारी चित्तरंजन मंडल पर हुए फायरिंग मामले में पुलिस ने तीन बदमाशों को किया गिरफ्तार

    May 12, 2025

    रविवार रात रायपुर-बलौदाबाजार मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा 17 की मौत कई लोग घायल

    May 12, 2025

    Comments are closed.

    अभी-अभी

    बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर भगवान गौतम बुद्ध के प्रतिमा पर किया गया माल्यार्पण

    कारोबारी चित्तरंजन मंडल पर हुए फायरिंग मामले में पुलिस ने तीन बदमाशों को किया गिरफ्तार

    रविवार रात रायपुर-बलौदाबाजार मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा 17 की मौत कई लोग घायल

    बागबेड़ा कॉलोनी में निःशुल्क नेत्र जांच शिविर संपन्न, 175 लोगों में 10 लोगों का फ्री में मोतियाबिंद का ऑपरेशन होगा

    भोजपुरी आईडल के विजेता को नकद पुरुस्कार एवं एल्बम मे गाने का मौका – तोमर

    आम बागान के समीप स्थित होटल ईआई डोराडो के कमरा नंबर 506 से एक युवती का फंदे से झूलता शव मिलने के बाद सनसनी

    हर एक मनुष्य को शारीरिक-मानसिक एवं आध्यात्मिक क्षेत्र में विकसित होने का अधिकार है

    फिर आएगा गौरी : इतिहास के पन्नों से वर्तमान तक का सबक

    बौद्ध धर्म का उदय-प्रसार और बौद्ध स्मारक के संरक्षण की आवश्यकता

    संघर्ष विराम कूटनीतिक राहत या अस्थायी विराम?

    Facebook X (Twitter) Telegram WhatsApp
    © 2025 News Samvad. Designed by Cryptonix Labs .

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.