जाति जनगणना पर बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार ने खोया आपा, आरजेडी की महिला विधायक पर भड़के
पटना: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र का तीसरा दिन काफी हंगामेदार रहा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में जाति आधारित गणना पर सफाई दे रहे थे। इस दौरान विपक्षी दल के नेता हंगामा करने लगे। हंगामे के कारण नीतीश कुमार बोल नहीं पा रहे थे। गुस्से में नीतीश कुमार ने मसौढ़ी से राजद विधायक रेखा देवी को फटकार लगा दी। उन्होंने कहा कि अरे महिला हो, कुछ जानती नहीं हो। आज महिला होकर बोल रही हो।
नीतीश कुमार ने क्या कहा-
नीतीश कुमार के इस बयान पर सदन में हंगामा और बढ़ गया। विपक्षी दल के नेताओं ने इसका विरोध किया। नीतीश कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि बोल रही हो, फालतू बात। इन लोगों ने किसी महिला को आगे बढ़ाया है क्या? पांचवीं के बाद मैंने महिलाओं को पढ़ाया है। इसलिए कह रहे हैं, चुपचाप सुनो। नीतीश कुमार ने आगे कहा कि अरे ऐसे ही बोल रहे हैं… अरे क्या हुआ… सुनोगे नहीं, हम तो सुनाएंगे… (जाति गणना के बारे में) और अगर आप नहीं सुनिएगा तो ये आपकी गलती है। आप समझ लीजिए। ये हम चाह रहे थे कि लोग समझें… एक-एक चीज को हमने लागू कर दिया, जो-जो हमने तय किया था।
नीतीश कुमार बुजुर्ग हो गए हैं
नीतीश कुमार के बयान पर आरजेडी विधायक रेखा देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री एक तरफ महिला उत्थान की बात करते हैं और वहीं दूसरी तरफ इस तरह का बयान देते हैं। हम लोग समझते हैं कि वो बुजुर्ग हो गए है। अब और क्या ही कह सकते हैं। इसके बाद रेखा देवी रोने लगीं।
किस बात को लेकर हंगामा
दरअसल, विपक्षी दल आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग कर रहे थे। इस मांग को लेकर विपक्षी विधायक वेल में घुस गए और जोरदार हंगामा करने लगे। विपक्ष के हंगामे से नाराज स्पीकर नंद किशोर यादव ने कांग्रेस विधायक मुन्ना तिवारी को सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया। इस दौरान मार्शलों और विधायकों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने बताया कि बिहार सरकार ने आरक्षण को नौवीं अनुसूची में शामिल करने का प्रस्ताव पहले ही केंद्र सरकार को भेज दिया है। हंगामे के बीच नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने का मामला सुप्रीम कोर्ट में है और इसमें सरकार कुछ नहीं कर सकती है।